रूस ने यूक्रेन पर एक बड़े हमले को अंजाम दिया है जिसमें करीब 100 मिसाइल और 100 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। इस हमले के दौरान कीव और कई प्रमुख शहरों को निशाना बनाया गया। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने पुष्टि की है कि इस हमले में ईरान के शहीद ड्रोन का उपयोग किया गया है, जिनकी रेंज लगभग 2500 किलोमीटर तक होती है।
हमले का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन के ऊर्जा इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाना था, जिसके परिणामस्वरूप कई शहरों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। यूक्रेनी प्रधानमंत्री डेनिस सिम्हल ने जानकारी दी कि रूस ने 15 क्षेत्रों में ड्रोन और क्रूज मिसाइलों का उपयोग किया, साथ ही किंझल हाइपरसोनिक मिसाइल का भी इस्तेमाल किया गया। यूक्रेनी एयर फोर्स ने बताया कि कई रूसी ड्रोन अब भी यूक्रेन के आसमान में मंडरा रहे हैं और अब तक 15 मिसाइलों और 15 ड्रोन को मार गिराया गया है।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस हमले को “अब तक का सबसे बड़ा हमला” करार देते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को “बीमार व्यक्ति” कहा। उन्होंने रूस के इस हमले के लिए शहीद ड्रोन को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इसमें कई नागरिकों की जान गई है। जेलेंस्की ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से युद्ध को न्यायपूर्ण तरीके से समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है।
इससे पहले, यूक्रेन ने रूस के सारातोव में एक 38 मंजिला इमारत पर ड्रोन से हमला किया था, जिसे अमेरिका के 9/11 हमले की तरह माना जा रहा है। इस हमले में इमारत का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।
रूस ने इस हमले के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बयान जारी करते हुए कहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच किसी भी प्रकार की सीक्रेट बातचीत का कोई समय नहीं बचा है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने यूक्रेन के कुर्स्क पर किए गए हमलों के बारे में रिपोर्टों का खंडन किया और कहा कि युद्ध विराम वार्ता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।