हाल ही में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस बीच, सलमान के पिता सलीम खान ने एक इंटरव्यू में बेटे को मिल रही धमकियों को फिरौती का मामला बताया। उन्होंने कहा, “सलमान खान ने हिरण का शिकार नहीं किया और ना ही उनके पास कोई बंदूक थी। सलमान ने आज तक एक कॉकरोच तक को नहीं मारा है।” सलीम खान के इस बयान ने बिश्नोई समाज को भड़का दिया है।
बिश्नोई महासभा का विरोध
बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि सलीम खान का बयान उनके समाज के प्रति एक और अपराध है। उन्होंने कहा, “अगर सलीम खान के अनुसार पुलिस, वन विभाग और चश्मदीद गवाह सब झूठे हैं, तो यह एक गंभीर आरोप है। पुलिस ने हिरण का अवशेष बरामद किया था, साथ ही सलमान की बंदूक भी मिली थी। सलमान खान को जेल की सजा भी मिली थी। कोर्ट ने सभी सबूतों के आधार पर उन्हें दोषी ठहराया था।” बुढ़िया ने स्पष्ट किया कि सलमान खान और उनका पूरा परिवार झूठा है।
समाज की भावना का अपमान
सलीम खान ने लॉरेंस बिश्नोई की ओर से सलमान खान को जान से मारने की धमकी को लेकर कहा था कि यह एक फिरौती का मामला है। इस पर बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष ने कहा, “हमारे समाज को न तो उसका पैसा चाहिए और न ही लॉरेंस को। लेकिन सलीम खान के बयान ने समाज को आहत किया है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सलमान खान के परिवार की ओर से बिश्नोई समाज के प्रति एक और अपराध है।
पर्यावरण संरक्षण की बात
देवेंद्र बुढ़िया ने बिश्नोई समाज के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा, “हम मेहनत करके अपना जीवन बसर करते हैं। हमारे समाज ने 550 साल पहले पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलानी शुरू की। हमने कई जानवरों की जान बचाई है और सभी जिलों में वन्य जीवों के लिए रेस्क्यू सेंटर बनाए हैं।”
सलीम खान को माफी मांगने की सलाह
सलीम खान ने कहा था कि सलमान खान किस बात के लिए माफी मांगें, इससे यह संकेत मिलता है कि उन्होंने कोई गुनाह किया है। इस पर बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष ने कहा, “सलीम खान को भगवान और बिश्नोई समाज से माफी मांगनी चाहिए। वे झूठ बोलकर अपने बेटे को बचाना चाहते हैं।”
इस मामले में बिश्नोई समाज की तीखी प्रतिक्रिया दर्शाती है कि यह विवाद केवल एक अभिनेता के बयान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक गहरे सामाजिक मुद्दे की ओर इशारा करता है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और समुदायों के बीच सम्मान की आवश्यकता है।