Salman Rushdie Health Update: ईरान की सरकार के एक अफसर ने अंग्रेजी उपन्यासकार सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) पर हुए आत्मघाती हमले में राजधानी तेहरान का हाथ होने की बात से मना कर दिया. लेखक पर बीते शुक्रवार को हुए हमले के बाद ईरान की तरफ से जारी यह पहला सार्वजनिक स्टेटमेंट है. ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी बोले , ‘हमें नहीं लगता कि अमेरिका में सलमान रुश्दी पर हुए हमले को लेकर उनके तथा उनके समर्थकों के अतिरिक्त किसी और को जिम्मेदार बताया जाना चाहिए.’ गौरतलब है कि सलमानरुश्दी (75) पर अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान न्यूजर्सी के 24 साल के युवक एक ने चाकू से वार कर दिया था
अमेरिकी अफसरों ने इसे ‘टारगेटेड, बिना किसी उकसावे के और एक सोची समझी रणनीति के तहत किया गया’ हमला बताया है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिेकन ने दावा किया था कि ईरान के सरकारी संस्थानों ने भारतीय मूल के उपन्यासकार के विरुद्ध लंबे अरसे तक हिंसा भड़काई और सरकारी मीडिया ने भी हाल ही में उन पर हुए हमले पर आपत्ति जताई है
गौरतलब है कि हिंदुस्तान में जन्मे ब्रीटन के नॉवल ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के चलते 1980 के दशक में ईरान से गौत के घाट उतारने की धमकी मिली थी. 1980 के दशक में प्रसिद्ध उपन्यासकार के विरुद्ध जारी मौत की सजा पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में ईरान की निंदा हो रही है. ईरानी नेता अयातुल्ला खुमैनी ने एक धार्मिक फरमान या फतवा जारी किया था, जिसमें लेखक रुश्दी को 30 वर्ष से ज्यादा समय पूर्व 1988 में प्रकाशित ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कारण मौत की सजा सुनाई गई थी. खुमैनी ने रुश्दी पर अपने नोवेल में इस्लाम, पैगंबर मोहम्मद और कुरान का अपमान करने का आरोप लगाया