उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश रचने वाले सीईओ को सोमवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने 8 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। रविवार को राज्य में सियासी भूचाल लाने के लिए कई महीनों की साजिश का देहरादून पुलिस ने खुलासा करते हुए, न्यूज चैनल के मालिक को उसके घर से गिरफ्तार किया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया की वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों समेत सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का स्टिंग ऑपरेशन करने की तैयारी थी। लेकिन ऐन मौके पर रिपोर्टर की हिम्मत जवाब दे गई। जिसके बाद रिपोर्टर ने ही पुलिस के सामने पूरी कहानी का पर्दाफाश कर दिया।
त्रिवेंद्र सिंह रावत का स्टिंग करने की थी साजिश
कभी पूर्व सीएम हरीश रावत का स्टिंग ऑपरेशन करने वाले निजी चैनल के मालिक उमेश कुमार की साजिश का पता सरकार और एजेंसियों को कुछ महीने पहले ही चल गया था। जब उमेश के लिए स्टिंग ऑपरेशन कर रहे पंडित आयुष गौड़ पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का स्टिंग ऑपरेशन करके सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश को अंजाम देने का दबाव बना रहा था। उमेश लगातार आयुष गौड़ को त्रिवेंद्र का स्टिंग करके लाने को भेजा। कई बार देहरादून स्थित दफ्तर और आवास पर स्टिंग करने के लिए कैमरे और साजोसामान भी दिया। लेकिन सीएम का स्टिंग करने में आयुष की हिम्मत नहीं पड़ी। वहीं जान से मारने और करियर तबाह कर देने की धमकी देने ने आयुष को उमेश के खिलाफ बोलने को मजबूर कर दिया। जिसके बाद आयुष ने पुलिस के पास जाकर सबकुछ उगल दिया।
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गाजियाबाद से चैनल मालिक अरेस्ट
आयुष के खुलासे से पुलिस और सरकार सकते में थी। क्योंकि पूरा मामला संगीन था और आयुष सच बोल रहा है इसकी तह तक जाना बेहद जरूरी थी। पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए आयुष, उमेश और उसके कुछ खास लोगों के नंबर सर्विलांस पर डाले। कुछ कॉल्स को सुना गया, जिसके बाद पुलिस को गिरफ्तारी के पर्याप्त सबूत मिल गए। जिसके बाद पुलिस ने उमेश को यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया।
पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
देहरादून में पुलिस ने प्रेसवार्ता करते हुए पूरे मामले का खुलासा किया है। जिसमें उमेश कुमार सहित उनके पांच सहयोगियों पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक देहरादून और गाजियाबाद पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन करते हुए रविवार सुबह उमेश के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। गाजियाबाद से इंदिरापुरम इलाके से सुबह तड़के उमेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया।
भारी मात्रा में नगदी बरामद
तलाशी में उमेश कुमार के घर से कई पेन ड्राइव, 40 लाख के करीब नगदी, विदेश मुद्रा भी बरामद हुई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पेनड्राइव में कई लोगों के स्टिंग ऑपरेशन पड़े थे। पूरी दबिश को दो आईपीएस अधिकारियों के नेतृत्व में अंजाम दिया गया।
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हरीश रावत की कर चुके हैं स्टिंग ऑपरेशन
आपको बता दें उमेश कुमार निजी चैनल के सीईओ के पद पर हैं, और उत्तराखंड में हरीश रावत सरकार पर आए संकट के दौरान सीएम का स्टिंग ऑपरेशन किया था। जिसके बाद पूरे मामले की जांच और मुकदमा अदालत में चल रहा है। उमेश कुमार पर बीते दिनों बलात्कार का भी आरोप लगा था। जिसमें पुलिस उलटे ही पीड़िता को पैसे मांगने के आरोप में जेल भेज दिया था।