बाराबंकी: समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक सुरेश यादव के एक बयान ने सियासी हलचल मचा दी है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) को ‘हिंदू आतंकवादी संगठन’ करार दिया है। यह बयान उस वक्त दिया गया जब वे गन्ना दफ्तर में आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में सपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। सुरेश यादव ने कहा, “यह भाजपा सरकार कोई सरकार नहीं, बल्कि एक हिंदू आतंकवादी संगठन है, जो देश को बर्बाद करना चाहती है। सपा इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।”
भाजपा सरकार पर सीधा हमला
सुरेश यादव ने भाजपा सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह सरकार संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार गरीबों और पिछड़े वर्ग के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित कर रही है। यादव ने कहा, “यह सरकार समाज के ताने-बाने को नष्ट करने की कोशिश कर रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा से गरीबों और मजलूमों की आवाज उठाती रही है और आगे भी उठाती रहेगी।
विरोध प्रदर्शन और भाजपा की प्रतिक्रिया
सपा विधायक का यह बयान भाजपा नेताओं को बिल्कुल पसंद नहीं आया। भाजपा नेताओं ने इसे गैर-जिम्मेदाराना और विवादों को बढ़ाने वाला करार दिया। उनका कहना था कि यह बयान सपा की हताशा और नाकामियों का परिणाम है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस बयान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सपा की राजनीति पर सवाल उठाए। भाजपा ने कहा कि इस तरह के बयान समाज में नफरत फैलाने के अलावा कुछ नहीं करेंगे और यह सपा की असफलता को ही उजागर करते हैं।
आम लोगों में आक्रोश, सोशल मीडिया पर चर्चा
सुरेश यादव का ‘हिंदू आतंकवादी संगठन’ वाला बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। लोग इस बयान पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ सपा समर्थक इसे भाजपा के खिलाफ एक जरूरी कदम मान रहे हैं, जबकि भाजपा समर्थक इसे केवल सपा की राजनीति का हिस्सा मानते हुए आलोचना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भाजपा और सपा के समर्थक एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं, जिससे यह विवाद और ज्यादा बढ़ता जा रहा है।
अमित शाह के बयान से शुरू हुआ विवाद
यह विवाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के योगदान को लेकर कुछ विवादास्पद टिप्पणियां की थीं। सपा कार्यकर्ता इस बयान को लेकर गहरे आक्रोश में थे और उन्होंने प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किए थे। बाराबंकी में गन्ना दफ्तर पर आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरेश यादव ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला और इसे ‘हिंदू आतंकवादी संगठन’ कहा।
सपा की चुनावी रणनीति
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि समाजवादी पार्टी 2024 के चुनावों को देखते हुए भाजपा को घेरने की रणनीति अपना रही है। इस तरह के विवादित बयान पार्टी की चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकते हैं। सपा अब समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट करने की कोशिश कर रही है, ताकि आगामी चुनावों में उसे फायदा हो सके।