उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद रामभुआल निषाद के खिलाफ एक गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। यह वारंट शनिवार को विशेष न्यायाधीश MP/MLA ज्ञानेन्द्र कुमार द्वारा जारी किया गया। सांसद पर आरोप है कि उन्होंने 2015 में नेशनल हाईवे को जाम किया था, जब एक मृतक के शव को पुलिस की देखरेख में अंतिम संस्कार के लिए लाया जा रहा था।
हाईवे जाम का मामला
यह घटना तब हुई थी जब सांसद रामभुआल निषाद के नेतृत्व में सैकड़ों लोग नेशनल हाईवे पर आ गए थे। उन्होंने पटना चौराहे पर शव को बीच में रखकर हाईवे को जाम कर दिया। इस जाम के कारण यातायात बाधित हो गया, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पुलिस ने जब जाम खुलवाने की कोशिश की, तो प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच टकराव हो गया। इस मामले में निषाद को अदालत में पेश होने के लिए नोटिस दिया गया था, लेकिन वह अदालत में उपस्थित नहीं हुए। इसी वजह से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया।
रामभुआल निषाद की राजनीतिक पृष्ठभूमि
रामभुआल निषाद की राजनीति में अच्छी खासी पहचान है। उन्होंने 2014 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन वे तीसरे स्थान पर रहे थे। सांसद बनने से पहले, वे कौड़ीराम विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं।
इसके अलावा, वह साल 2007 में बसपा में मत्स्य राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। उनकी कृषि से जुड़ी गतिविधियों के कारण भी उनकी पहचान बनी हुई है। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने मेनका गांधी को हराकर बड़ी जीत हासिल की थी। उनके पास इस समय 3 करोड़ रुपये की संपत्ति है।