उत्तर प्रदेश के रामपुर में तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। इनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
दरअसल, कुछ दिन पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया से की थी, उन्होंने अपने बयान में आगे कहा था कि सनातन धर्म को जड़ से खत्म कर देना चाहिए। इस बयान को लेकर रामपुर के दो सीनियर वकील राम सिंह लोधी और हर्ष गुप्ता ने एसपी से शिकायत की थी। इसके बाद इन पुलिस ने दोनों खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।
बता दें कि मंगलवार को देश के 262 बड़ी हस्तियों ने सीजेआई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की थी। पत्र कहा गया था कि तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि ने हाल ही में जो टिप्पणी की है, वो काफी चिंताजनक है। उन्होंने सनातन धर्म को अपमानित किया और इसके खात्मे की बात कही।
गौरतलब है अयोध्या के तपस्वी छावनी मंदिर के महंत जगदगुरु परमहंस आचार्य ने इस उदयनिधि के इस बयान का विरोध करते हुए उनका सिर कलम करने वाले पर 10 करोड़ रुपये के इनाम का ऐलान किया था। इसके बाद मंगलवार को प्रशासन ने उनके चेन्नई स्थित आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है।