दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) ने बीजेपी पर अपने वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोमवार को बीजेपी को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी ने 2014 में देश की जनता से झूठे वादे करके सत्ता हासिल की थी। इस दौरान संजय सिंह ने ‘अचीवमेंट्स ऑफ़ बीजेपी’ नाम की किताब भी जारी की, जिसमें उन्होंने बीजेपी के कार्यकाल को लेकर कई सवाल उठाए।
‘अचीवमेंट्स ऑफ़ बीजेपी’ किताब पर क्यों भड़के संजय सिंह?
संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने इस किताब का विमोचन करते हुए कहा, “इस किताब को 2014 में बीजेपी के चुनावी वादों को याद करते हुए पढ़ना चाहिए। बीजेपी ने पिछले 10 सालों में कुछ खास काम नहीं किया, इसलिए इस किताब में सारे वादों का हिसाब दिया गया है। इस किताब में यह सब दिया गया है कि बीजेपी ने कितनी नौकरियां दी, कितने लोगों को 15 लाख रुपये दिए और उन सभी वादों का पूरा ब्योरा है जो बीजेपी ने 2014 में किए थे।”
बीजेपी के वादों पर हमला
संजय सिंह ने बीजेपी के हर वादे को रेखांकित करते हुए दावा किया कि पार्टी ने अपने सत्ता में आने से पहले जो वादे किए थे, उनमें से कोई भी पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने 2014 में जनता से कई बड़े वादे किए थे, जैसे हर एक के खाते में 15 लाख रुपये डालने का, रुपया मजबूत करने का और कई अन्य वादे। लेकिन अब जब 10 साल हो गए, तो इन वादों का कहीं नामोनिशान नहीं है। इसके अलावा, दिल्ली में बीजेपी ने कई वादे किए थे, जैसे पक्की रजिस्ट्री का वादा, सीमाओं की सुरक्षा का वादा, लेकिन कुछ भी पूरा नहीं हुआ।”
संजय सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, “बीजेपी ने कहा था कि सीमा पर पाकिस्तान और चीन से सुरक्षा की गारंटी मिलेगी, लेकिन गलवान घाटी की घटना ने सब कुछ उजागर कर दिया। चीन ने हमारी सीमाओं पर कब्जा कर लिया, और बीजेपी सरकार कुछ नहीं कर पाई।”
‘देश के गद्दार हमें देशभक्ति सिखाएंगे’
संजय सिंह की भड़ास यहीं नहीं थमी। उन्होंने बीजेपी और उसके नेताओं, खासकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर तीखे शब्दों में हमला किया। अनुराग ठाकुर ने हाल ही में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के आतंकियों और अपराधियों के साथ दिखने का आरोप लगाया था। इस पर संजय सिंह ने पलटवार करते हुए कहा, “जिन्ना की कब्र पर माथा टेकने वाले लोग देशभक्ति की बात करते हैं। उनका इतिहास गद्दारी का है। उनके पुरखों ने अंग्रेजों का साथ दिया था, अफजल गुरु को शहीद मानने वाली पार्टी के साथ बीजेपी ने सरकार बनाई। इनसे हमें देशभक्ति नहीं सीखनी चाहिए।”
संजय सिंह ने आगे कहा, “बीजेपी ने आईएसआई (Inter-Services Intelligence) को भारत बुलाकर जांच करवाई, और मोदी जी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया। इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। इन लोगों ने पाकिस्तान से दोस्ती करने के नाम पर हमारे शहीदों का अपमान किया है।”
बीजेपी पर आरोपों का सिलसिला जारी
संजय सिंह ने बीजेपी को देशद्रोही संगठन करार देते हुए कहा, “इस देश में अगर कोई देशद्रोही संगठन है तो वह बीजेपी है। जिनका इतिहास गद्दारी से भरा हुआ है, जो पाकिस्तान से दोस्ती करते हैं और हमारे शहीदों का अपमान करते हैं, वो हमें देशभक्ति का पाठ पढ़ाने का अधिकार नहीं रखते। बीजेपी के इतिहास में हमेशा गद्दारी ही रही है और आज भी वही हो रहा है।”
संजय सिंह के आरोपों का मुख्य बिंदु यह था कि बीजेपी ने सत्ता में आने के बाद जो वादे किए थे, उन पर अमल नहीं किया। इसके अलावा, उन्होंने बीजेपी के नेताओं की कथनी और करनी में अंतर को भी उजागर किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 2014 में जनता से जो वादे किए थे, अब उनका कोई मतलब नहीं रह गया है, और इसका प्रमाण उनके द्वारा जारी की गई किताब में देखा जा सकता है।
क्या है ‘अचीवमेंट्स ऑफ़ बीजेपी’ किताब में?
संजय सिंह द्वारा जारी की गई ‘अचीवमेंट्स ऑफ़ बीजेपी’ किताब में बीजेपी के पिछले 10 सालों की उपलब्धियों का विवरण है। इसमें बीजेपी द्वारा किए गए वादों की याद दिलाई गई है, जैसे हर एक के खाते में 15 लाख रुपये डालना, रुपए को मजबूत करना, रोजगार के अवसर पैदा करना और देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना। हालांकि, संजय सिंह ने इन वादों को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं और दावा किया है कि बीजेपी ने इन वादों को निभाने में पूरी तरह से नाकाम रही है।
दिल्ली चुनाव और राजनीतिक माहौल
दिल्ली विधानसभा चुनाव के चलते इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप और बयानबाजी ने राजनीतिक माहौल को और भी गरमा दिया है। संजय सिंह के इस हमले के बाद बीजेपी की प्रतिक्रिया अब देखने वाली होगी, क्योंकि बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच सीधी टक्कर है। दिल्ली में इस समय चुनावी रणनीति को लेकर दोनों पार्टियों के बीच जोरदार संघर्ष हो रहा है।
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों के लिए जीत हासिल करना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि दिल्ली की सियासत में दोनों दलों का अपना दबदबा है। अब यह देखना होगा कि संजय सिंह के इस बयान के बाद दिल्ली में चुनावी समीकरण कैसे बदलते हैं और क्या बीजेपी इस पर कोई जवाब देती है या नहीं।