राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कि दिलचस्पी आजकल भारतीय सिनेमा में बढ़ती नज़र आ रही हैं। संघ की संस्था संस्कार भारती ‘तानाजी द अनसंग वॉरियर’ और ‘द कश्मीर फाइल्स’ की रिकॉर्ड कमाई और सफलता को देखते हुए , देश में सिनेमा को शक्ति प्रदर्शन करने का समीकरण समझ गई हैं। संघ प्रचारकों ने सिनेमा के जरिए देश की संस्कृति को घर घर पहुंचाने का जिम्मा लिया हैं।
संघ का मानना है कि जिस तरह से दादा साहेब फाल्के ने पश्चिमी तकनीक को अपना कर भारतीय सिनेमा को एक नई पहचान दिलाई।
संघ भी कुछ वैसे ही भाषाई भिन्नता तथा झगड़े को हटाकर सिनेमा के जरिए राष्ट्र को एकजुट करने की पैरवी करता नज़र आ रहा हैं।
संघ की संस्था संस्कार भारती इसके मध्य नजर अगले हफ्ते मुंबई में ‘सीने टॉकीज’ के नाम से एक समारोह की आयोजन करने जा रही हैं। माना जा रहा है कि दो दिवसीय इस कार्यक्रम में क़रीब 300 से अधिक सिनेमा प्रेमी भाग लेंगे। कार्यक्रम का उदघाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों से किया जाना हैं। केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी मुख्य अतिथि के नाते उपस्थित होंगे।
संघ के प्रचारक संदीप पाटिल कई सालों से सिनेमा और संघ के बीच के सेतु बनाने में लगे हुए। उन्होंने कहा की इस दो दिन के कार्यक्रम में संस्कार भारती के साथ मुंबई विश्वविद्यालय तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र भी भाग ले रही हैं। इस कार्यक्रम में विभिन्न भाषाओं के फिल्म निर्माता, सिनेमा के छात्र, समीक्षक और फिल्म प्रेमी एक मंच पर होंगे। 14 से 15 मई तक यह कार्यक्रम मुंबई विश्वविद्यालय के कालीना कैंपस में आयोजित होगा।
इस कार्यक्रम को संभालने का जिम्मा बॉलीवुड से संरक्षक के तौर पे निर्माता निर्देशक सुभाष घई को दिया गया हैं। इसके अलावा जानू बरुआ, मोहन लाल, विक्टर बनर्जी और के विजयेन्द्र प्रसाद भी सिने टॉकीज के इस आयोजन में शामिल हैं। सुप्रसिद्ध अभिनेत्री एवं सेंसर बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष आशा पारेख कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि रहेंगी।
कार्यक्रम संचालन का जिम्मा निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी के जिम्मे रहेगा।
संस्कार भारती द्वार आयोजित होने जा रही इस कार्यक्रम में जानी मानी तमाम हस्तियां भारतीय सिनेमा की दशा और दिशा पर चर्चा करेंगी। कार्यक्रम में गायिका दुर्गा जसराज, निर्देशक ओम राउत, संगीतकार अनु मलिक, निर्देशक भारत बाला, अभिनेता सुबोध भावे, निर्देशक परेश मोकाशी, निर्देशक कमल स्वरूप, कन्नड़ सिनेमा के फिल्मकार एम के राघवेंद्र, अक्षय कुमार परीजा, तमिल सिनेमा के निर्देशक वसंत साई, मलयालम सिनेमा के फिल्मकार मेजर रवि, गुजराती सिनेमा के निर्देशक अभिषेक जैन और फिल्म इतिहासकार प्रदीप केन्चनूर उपस्थित रहेंगे।