लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद पार्टियां का प्रचार-प्रसार शुरु हो गया हैं. प्रधानमंत्री मोदी भी अलग अलग जगाहों पर जा कर रैलियां कर करने में जुट गए हैं. अपनी रैलियों में पीएम मोदी विपक्ष पर निशाना साध रहें हैं।
पीएम मोदी ने मेरठ मे हो रही अपनी रैली में केंद्र सरकार की तरफ से किए गए काम का हिसाब देने के साथ, कांग्रेस की न्याय योजना पर तंज कसा तो वहीं समाजवादी पार्टी-राष्ट्रीय लोक दल बहुजन समाज पार्टी गठबंधन की तुलना शराब से कर दी. प्रधानमंत्री मोदी ने सपा-रालोद-बसपा गठबंधन की तुलना शराब से करते हुए कहा कि यह जनता को बर्बाद कर देगी. वहीं कांग्रेस पार्टी ने पीएम के इस भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें ड्रामा किंग बता दिया. साथ ही कांग्रेस ने पीएम की न्याय योजना पर भी टिप्पणी की और इस योजना को गरीबों का मजाक बताया. तो वहीं सपा-रालोद-बसपा को शराब से तुलना को लोकतंत्र की मर्यादा का हनन करार दिया है.
इसके बाद पीएम मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की न्याय योजना पर भी तंज कसा और कहा- जो गरीबों का बैंक खाता नही खोल सकते वो पैसे क्या देंगे. पीएम मोदी के इस बयान पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि ‘गरीबों को आय, गरीबों से न्याय’ का ताली बजा-बजा कर मजाक उड़ाना, गरीबों का मज़ाक उड़ाना हैं. उन्हें (पीएम मोदी) अपने शब्द वापस लेने चाहिए. सुरजेवाला ने ये भी कहा कि इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी के समय भी तालियां बजाकर गरीबों का मज़ाक उड़ाया था.
प्रधानमंत्री के बयानों पर आपत्ति जताते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राजनीति में पार्टियों के बीच मतभेद कितने भी हों लेकिन प्रजातंत्र की एक मर्यादा होती है. जिसका पीएम मोदी लगातार तिरस्कार करते आए हैं. तीन लोकतांत्रिक दलों की तुलना शराब से करना प्रधानमंत्री के पद बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देता, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी रोजाना स्वांग, प्रपंच और गालियों से ही बात करते हैं.