जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष का पद बदल दिया है। पार्टी ने सत शर्मा को जम्मू कश्मीर बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। वहीं, रविंद्र रैना को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया है।
विधानसभा चुनाव में सत शर्मा की भूमिका
दरअसल, 9 सितंबर 2024 को, विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले, सत शर्मा को जम्मू और कश्मीर प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। हालांकि, इस बार बीजेपी ने सत शर्मा को चुनावी टिकट नहीं दिया। पिछले विधानसभा चुनाव में 2014 में, सत शर्मा जम्मू वेस्ट विधानसभा सीट से चुनाव जीतने में सफल रहे थे, लेकिन इस बार बीजेपी ने इस सीट पर अरविंद गुप्ता को उम्मीदवार बनाया। अरविंद गुप्ता ने कांग्रेस के मनमोहन सिंह को 22,127 वोट से हराकर जीत हासिल की।
सत शर्मा का राजनीतिक सफर
सत शर्मा का जन्म जम्मू के एक डोगरा ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जम्मू से ही प्राप्त की और 1981 में जम्मू यूनिवर्सिटी के जीजीएम साइंस कॉलेज से बीएससी की डिग्री हासिल की। इसके बाद, 1986 में वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट के फेलो बने। सत शर्मा ने 2014 के विधानसभा चुनाव में जम्मू पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद वे बीजेपी-पीडीपी सरकार में मंत्री बने और 40 दिनों के लिए हाउसिंग और डेवलपमेंट विभाग के कैबिनेट मंत्री रहे।
रविंद्र रैना की हार और नई जिम्मेदारियां
रविंद्र रैना, जो विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष थे, ने पार्टी की ओर से चुनाव लड़ा लेकिन खुद अपनी सीट नहीं बचा पाए। उन्हें 7,819 वोट से हार का सामना करना पड़ा। हार के बाद यह चर्चा थी कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। अब बीजेपी ने सत शर्मा को अध्यक्ष बनाकर एक नई दिशा दी है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस की जीत
इस बार जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुए, जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने बहुमत हासिल किया। उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नेशनल कॉन्फ्रेंस को इस चुनाव में 42 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को केवल 6 सीटें मिलीं। इस बार बीजेपी ने भी 2014 के मुकाबले ज्यादा सीटें जीतीं और कुल 29 सीटों पर विजय प्राप्त की।