दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में संत रविदास का मंदिर उसी जगह बनेगा जहां पर वह पहले था। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार केंद्र सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार द्वारा इस मंदिर के निर्माण के लिए 400 गज जमीन दी जाएगी। दिल्ली के तुगलकाबाद में तोड़े गए भगवान संत रविदास मंदिर का फिर से निर्माण किया जाएगा। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर हरी झंडी दे दी है।
Delhi’s Ravidas temple matter: Central government also said that it will now increase the area to be allocated for Ravidas temple. https://t.co/K8C8SncLrO
— ANI (@ANI) October 21, 2019
बता दें कि कुछ महीने पहले ही प्रशासन ने दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित संत रविदास के मंदिर को गिरा दिया था। इसको लेकर बाद में जमकर हंगामा हुआ, और बाद में प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुच गया। शीर्ष अदालत ने कुछ शर्तों के साथ संत रविदास मंदिर की 400 वर्ग गज जमीन सरकार की ओर से बनाई जानेवाली समिति को सौंपने के केंद्र सरकार के फैसले पर मुहर लगाई। केंद्र सरकार ने यह भी कहा कि वह अब रविदास मंदिर के लिए आवंटित किए जाने वाले क्षेत्र को बढ़ाया जाएगा।
Delhi’s Ravidas temple matter: Supreme Court also said that no commercial activity will be allowed, including that of paid parking lot there. It also directed Central government to form a committee within 6 weeks which will be overseeing the construction. https://t.co/K8C8SncLrO
— ANI (@ANI) October 21, 2019
वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि यहां कोई भी व्यापारिक गतिविधि स्वीकार नहीं की जाएगी। साथ ही केंद्र सरकार को छह सप्ताह के भीतर एक समिति बनाने का भी निर्देश दिया है जो निर्माण की देखरेख करेगी। बता दें कि नौ अगस्त को सर्वोच्च अदालत ने तुगलकाबाद के वन क्षेत्र में स्थित निर्माण हटाने का आदेश दिया था। इसके बाद दस अगस्त को डीडीए ने रविदास मंदिर ढहा दिया था। इसके बाद से ही इलाके में स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी।
गुरु रविदास के अनुयायियों ने इस कार्रवाई का विरोध शुरू किया और आंदोलन भी हुए। सुप्रीम कोर्ट ने यह चेतावनी दी है कि कोई भी मंदिर तोड़े जाने का राजनीतिकरण या प्रदर्शन करता है तो उसके खिलाफ अवमानना का केस चलेगा।