उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा मंजर है. शहर में कर्फ्यू लगा हुआ है. अवैध मदरसा-मस्जिद हटाने गए पुलिस बल पर पत्थरों और पेट्रोल बम से हमला किया गाय. हिंसा में अब तक 5 लोगों की मौत हुई, जबकि 3 की हालत गंभीर है. डीएम ने उपद्रवियो को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है.
हल्द्वानी के ताजा हालातों पर जानकारी देते हुए डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि हिंसा में 3 एफआईआर दर्ज की गई हैं. अब तक 3 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 20 की पहचान हुई है. उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. शहर में 10 पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनी और 6 कंपनी पीएसी की तैनाती है. हिंसा में 100 पुलिसकर्मी समेत 139 लोग घायल हैं. डीजीपी ने बताया कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में हिंसा की ये घटना हुई है. तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पूरे हल्द्वानी शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं.
हिंसा के दौरान पुलिस टीप पर महिलाओं और बच्चों ने पत्थरबाजी की. दंगाई रूमाल और नकाब से मुंह ढककर हिंसा कर रहे थे. घरों के छतों पर से पत्थर बरसाए गए. एक महिला कांस्टेबल ने अपनी आपबीती सुनाई है उसका कहना है कि पथराव के दौरान भगदड़ में भगने से मैं सड़क पर गिर गई. मेरे ऊपर से कई लोग गुजर कर आगे बढ़ गए. वहीं कुछ लोगों ने बचाया और अस्पताल ले आए. मेरे पैर- हाथ में भी चोट आई है. मेरे बचने की कोई उम्मीद नहीं थी, लेकिन मैं कैसे बची पता नहीं.
उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में गुरुवार शाम हिंसा भड़की. शहर के बनभूलपुरा के इंदिरा नगर क्षेत्र में ‘मलिक का बगीचा’ में बने अवैध मदरसे एवं नमाज स्थल को नगर निगम की टीम ने JCB मशीन लगाकर ध्वस्त कर दिया. इसी दौरान शाम 4 बजे इलाके के स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी और हमला करना शुरू कर दिया. पुलिसकर्मी बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाकर वहां से भागे.