एक दिन पहले एनसीपी का 25वां स्थापना दिवस था. इस मौके पर अहमदनगर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें शरद पवार शामिल हुए थे. उन्होंने इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान मुझे ‘भटकती आत्मा’ कहा था. अच्छा हुआ कि उन्होंने मेरे लिए ऐसे शब्द का प्रयोग किया. आत्मा अमर होती है और ये भटकती आत्मा नरेंद्र मोदी को हमेशा परेशान करती रहेगी.
एनसीपी (शरद पवार) के चीफ शरद पवार ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया, उससे उनके पद की गरिमा कम हुई है. ये पूछे जाने पर कि क्या मोदी के पास तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के लिए वाकई जनादेश था, पवार ने कहा कि क्या मोदी के पास पद की शपथ लेने से पहले लोगों का जनादेश था? क्या उन्होंने लोगों की सहमति ली थी? उनके पास बहुमत नहीं था. उन्होंने सरकार बनाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री और टीडीपी की मदद ली.
पीएम मोदी के गारंटी वाले बयान पर भी साधा निशाना
मोदी के चुनावी भाषणों को याद करते हुए पवार ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान मोदी जहां भी गए, उन्होंने मोदी सरकार और मोदी गारंटी शब्दों पर जोर दिया. मोदी गारंटी अब अस्तित्व में नहीं है. इसी तरह, मोदी सरकार भी नहीं है. मोदी को ये कहने के लिए मजबूर होना पड़ा कि ये मोदी सरकार नहीं बल्कि इंडियन गवर्नमेंट और भारत सरकार है. उन्हें एक अलग रुख अपनाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री किसी खास पार्टी से नहीं जुड़ा होता है, लेकिन मोदी ये बात भूल गए. उन्होंने कहा कि इस देश के प्रधानमंत्री से ये अपेक्षा की जाती है कि वे समाज के सभी वर्गों, सभी जातियों, पंथों और धर्मों के लोगों के बारे में सोचें. लेकिन मोदी ये भूल गए. फिर शरद पवार ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वे वास्तव में भूल गए हैं, क्योंकि ये उनकी विचारधारा का हिस्सा था. चाहे मुस्लिम हों, ईसाई हों, सिख हों, पारसी हों…अल्पसंख्यक चाहे किसी भी संप्रदाय से हों, वे देश का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. शासकों की जिम्मेदारी है कि वे उनमें विश्वास पैदा करें. लेकिन मोदी अल्पसंख्यकों में विश्वास जगाने में विफल रहे.
पीएम मोदी ने शरद पवार पर कब कसा था तंज?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पुणे में 29 अप्रैल को एक रैली की थी. इस दौरान उन्होंने शरद पवार पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘भटकती आत्मा’ बताया था. तब शरद पवार ने कहा था कि मोदी आजकल मुझ पर काफी गुस्सा हैं. शरद पवार ने कहा कि मोदी ने पहले कहा था कि वे खुद मेरी उंगली पकड़कर राजनीति में आए हैं और अब वे मुझे भटकती आत्मा बता रहे हैं. शरद पवार ने तब कहा था कि हां, मैं भटकती आत्मा हूं, किसानों का दर्द बताने के लिए भटकता हूं. महंगाई से आम जनता को निजात दिलाने के लिए भटकता हूं.
पीएम मोदी ने शरद पवार के बारे में और क्या कहा था?
प्रधानमंत्री 29 जून को सुनेत्रा पवार के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए शरद पवार पर निशाना साधा था. प्रधानमंत्री ने कहा था कि महाराष्ट्र के एक सीनियर लीडर हैं, जो अपनी महत्वकांक्षाओं के लिए जाने जाते हैं. आजकल वे इतने ज्यादा अस्थिर हैं कि महाराष्ट्र के साथ-साथ देश को अस्थिर करने की सोच रहे हैं.
पीएम मोदी ने 1995 में महाराष्ट्र में बनी भाजपा-शिवसेना सरकार का भी जिक्र किया और कहा कि तब राज्य में शिवसेना-भाजपा की गठबंधन वाली सरकार बनी थी. तब भी इस ‘भटकती आत्मा’ ने राज्य और गठबंधन की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की थी. आखिरकार वे 2019 में सफल हो गए. क्योंकि जनता ने भाजपा और शिवसेना को बहुमत दिया था, लेकिन तब की अविभाजित शिवसेना ने भाजपा से सिर्फ इसलिए नाता तोड़ लिया था क्योंकि उसे कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनानी थी.