महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी के बीच, केंद्र सरकार ने शरद पवार को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह सुरक्षा व्यवस्था सबसे उच्च श्रेणी की है, जिसे विशेष व्यक्तियों को प्रदान की जाती है। इस फैसले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। शरद पवार, जो महाराष्ट्र की राजनीति में एक प्रमुख और प्रभावशाली नेता हैं, ने इस सुरक्षा के फैसले पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि इस सुरक्षा व्यवस्था का उद्देश्य उनके बारे में “प्रामाणिक जानकारी” प्राप्त करना हो सकता है।
शरद पवार, जो 2019 में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के गठन और उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए जिम्मेदार रहे हैं, ने भाजपा के खिलाफ एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में खुद को स्थापित किया है। हालांकि, भाजपा ने पिछले वर्षों में महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े बदलाव किए हैं, लेकिन पवार अभी भी राजनीतिक दृश्य पर प्रभावी बने हुए हैं।
हाल ही में, शरद पवार की पार्टी एनसीपी में भी बदलाव आया, जब उनके भतीजे अजित पवार ने पार्टी से अलग होकर अपनी पहचान बनाई। इसके बावजूद, शरद पवार ने लोकसभा चुनाव में अपनी ताकत को साबित किया और बारामती समेत महाराष्ट्र की नौ सीटें जीत लीं।
अब, जेड प्लस सुरक्षा मिलने की खबर ने राजनीतिक圈 में चर्चा को बढ़ा दिया है। शरद पवार के अनुसार, यह सुरक्षा उन्हें और उनके समर्थकों को अधिक सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ संभावित खतरों से निपटने में मदद करेगी।