शेयर बाजार में सुनामी की तरह बढ़त, एक दिन में निवेशकों के खाते में आए 6 लाख करोड़, आखिर क्या है इस तूफान की वजह?
शुक्रवार, 22 नवंबर 2024 को भारतीय शेयर बाजार ने एक ऐसी तेजी दिखाई, जो निवेशकों के लिए किसी तूफान से कम नहीं रही। लंबे समय से मंदी का सामना कर रहे शेयर बाजार में अचानक आई इस बेतहाशा बढ़त ने सभी को चौंका दिया। सेंसेक्स और निफ्टी ने इस दिन अपनी ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की, और इसने निवेशकों के चेहरे पर खुशी ला दी।
इस दिन सेंसेक्स में 1,991 अंकों की शानदार बढ़त देखने को मिली, जो करीब 2.58% की वृद्धि है। वहीं, निफ्टी में भी 584 अंकों यानी 2.50% की तेजी आई। यह वृद्धि 27 सितंबर 2024 के बाद से सबसे बड़ी एक दिन की तेजी रही। इस जबरदस्त बढ़त के साथ ही निवेशकों के पोर्टफोलियो में एक ही दिन में 6 लाख 64 हजार करोड़ रुपये का इजाफा हुआ।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी तेजी
शेयर बाजार की इस तेजी का असर सिर्फ बड़ी कंपनियों तक ही सीमित नहीं रहा। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी तेजी आई, जिससे छोटे निवेशकों को भी फायदा हुआ। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.46% और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.61% तक बढ़ गया, जो दर्शाता है कि बाजार में छोटे और मझोले निवेशकों को भी अच्छा लाभ हुआ।
तेजी के पीछे छिपे कारण
अब सवाल ये है कि आखिर इस अचानक आई तेजी के पीछे कौन से कारण हैं? विशेषज्ञों के अनुसार, इसके पीछे कई अहम वजहें हैं:
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अमेरिकी बाजार का सकारात्मक असर
अमेरिकी शेयर बाजार में बढ़त का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा। अमेरिकी बाजार में हुए सुधार के बाद विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार पर भरोसा बढ़ा और उन्होंने भारतीय शेयरों में निवेश करना शुरू कर दिया। इस वजह से भारतीय बाजार में तेजी आई।
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घरेलू निवेशकों की खरीदारी
भारतीय घरेलू निवेशकों, खासकर संस्थागत निवेशकों ने भी बड़ी मात्रा में खरीदारी की। इसके चलते भारतीय बाजार को मजबूती मिली और तेजी देखी गई। घरेलू निवेशकों की सक्रियता ने बाजार को गति दी।
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आईटी और बैंकिंग सेक्टर की ताकत
आईटी, रियल्टी और पावर सेक्टर के प्रमुख शेयरों में जबरदस्त तेजी आई। इन क्षेत्रों में कंपनियों के प्रदर्शन ने भी बाजार को मजबूती दी। खासकर आईटी और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों ने बाजार की बढ़त में अहम भूमिका निभाई।
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सरकारी बैंकों में बढ़ोतरी
सरकारी बैंकों के शेयरों में भी जोरदार बढ़त देखी गई। इससे बैंकिंग सेक्टर में मजबूती आई और बाजार की बढ़त को और बल मिला।
निवेशकों के लिए यह तेजी क्यों है अहम?
शेयर बाजार की यह तेजी निवेशकों के लिए बहुत मायने रखती है। पिछले दो महीनों में बाजार में आई गिरावट के चलते निवेशकों का लगभग 50 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। लेकिन इस दिन की तेजी ने उन्हें राहत दी है। एक ही दिन में 6 लाख 64 हजार करोड़ रुपये का इजाफा होने से निवेशकों का हौसला बढ़ा है। अब यह तेजी उन्हें उम्मीद दे रही है कि मंदी के दौर के बाद अब बाजार में फिर से रौनक लौट सकती है।
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह तेजी सिर्फ शुरुआत है। मार्केट एक्सपर्ट विजय केड़िया का मानना है कि असली तेजी तो दिसंबर के बाद आएगी, जब विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भारतीय शेयरों में बड़े पैमाने पर खरीदारी शुरू करेंगे। तब तक निवेशकों को सतर्क रहकर बाजार की चाल पर नजर बनाए रखना होगा।
शेयर बाजार में शुक्रवार को आई यह शानदार तेजी निवेशकों के लिए एक राहत की खबर थी। मंदी के लंबे दौर के बाद बाजार में इस तरह की बढ़त ने निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। हालांकि, यह तेजी कितनी लंबी चलेगी, यह देखना दिलचस्प होगा, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, दिसंबर के बाद और भी बड़ी तेजी की उम्मीद है।