बीएनपी बहिष्कार के बीच हुए चुनाव को स्वीकार करने से जुड़े सवाल पर हसीना ने कहा, ‘मेरे लिए महत्वपूर्ण यह है कि लोग इस चुनाव को स्वीकार करते हैं या नहीं. इसलिए मुझे उनकी (विदेशी मीडिया) स्वीकार्यता की परवाह नहीं है.’ इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आतंकवादी दल ने क्या कहा या क्या नहीं कहा.