महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले आज मुंबई में शिवसेना के दोनों धड़े अपनी-अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) दादर के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करेगी, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गुट दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में रैली करेगा। दोनों रैलियों में लगभग दो लाख लोगों के जुटने की संभावना है।
भगवा फडकणार,
मशाल धगधगणार! pic.twitter.com/4yvB207tyQ— ShivSena – शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) October 12, 2024
उद्धव ठाकरे का संबोधन
उद्धव ठाकरे इस रैली को संबोधित करेंगे, जिसमें पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे। उम्मीद है कि वे इस मौके का इस्तेमाल भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधने के लिए करेंगे, विशेषकर 2022 में पार्टी के विभाजन के बाद से शिवसेना की एकता को कमजोर करने के आरोप लगाने के लिए।
शिंदे गुट की रणनीति
एकनाथ शिंदे का गुट भी अपनी रैली के लिए जोर-शोर से तैयारी कर रहा है। इस रैली में भाग लेने के लिए 3,000 निजी बसों की व्यवस्था की गई है। शिंदे के प्रचार सामग्री में शिवसेना का बाघ प्रतीक दिखाया गया है और इसमें पार्टी का कांग्रेस से नाता तोड़ने का संदेश दिया गया है।
रैलियों का ऐतिहासिक महत्व
शिवसेना की दशहरा रैली हर साल दशहरा के दिन आयोजित की जाती है और यह पार्टी की राजनीतिक रणनीति की आधारशिला रही है। यह रैली पहली बार 1960 में पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे द्वारा की गई थी। जानकारी के अनुसार, उद्धव ठाकरे की रैली स्थल पर बीती रात बारिश के कारण कीचड़ हो गया है, लेकिन संजय राउत ने आश्वस्त किया है कि रैली तय समय पर होगी।
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है, इसलिए इन रैलियों का चुनावी संदर्भ में विशेष महत्व है। दोनों गुट अपने-अपने समर्थकों को मजबूत करने के लिए इस अवसर का लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं।