शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर रोक लगाने के मामले पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। दल के तरफ से कहा गया है कि चुनाव चिन्ह को फ्रिज करने का निर्णय आश्चर्यपूर्ण है। हालांकि, इसका यह मायने नहीं है कि उद्धव ठाकरे के मार्गदर्शन वाली शिवसेना कमजोर पड़ गई है। राकांपा प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा है कि इलेक्शन कमीशन द्वारा शिवसेना के चुनाव चिन्ह और दल के नाम को फ्रिज करने का निर्णय चौंकाने वाल है। लेकिन, यह कमीशन का फाइनल डिसीजन नहीं है।
दअरसल, शनिवार यानी बीते कल एक अंतरिम आदेश के तहत इलेक्शन कमीशन ने शिवसेना के चुनाव चिह्न को फ्रिज कर दिया है। आर्डर में कहा गया है कि महाराष्ट्र की अंधेरी पूर्व विधानसभा में होने वाले बाय- इलेक्शन में दोनों पक्ष में से किसी को भी शिवसेना का चुनाव चिह्न “धनुष और तीर” का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
दोनों पक्षों के अलग -अलग होंगे सिंबल
इलेक्शन कमीशन के अनुसार, दोनों पक्षों को वर्तमान BY- Election के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा सिंबल्स की लिस्ट दी जाएगी। दोनों को भिन्न-भिन्न प्रतीकों का आवंटन किया जाएगा, जिनमें से वे एक का चुनाव कर सकते हैं। ऐसे में दोनों पक्षों को 10 अक्तूबर को दोपहर 1 बजे तक का वक्त दिया गया है।
Our party's name is Shiv Sena, if ECI gives any of the names related to Shiv Sena including 'Shiv Sena (Balasaheb Thackeray)', 'Shiv Sena (Prabodhankar Thackeray)' or 'Shiv Sena (Uddhav Balasaheb Thackeray)', that would be acceptable to us: Shiv Sena (Uddhav faction) MP A Sawant pic.twitter.com/ae9Su8CD1S
— ANI (@ANI) October 9, 2022