नई दिल्ली: कल से सावन का महीना शुरू हो जाएगा . इस महीने में बाबा भोलेनाथ की पूजा विशेष महत्व है. कहा जाता है कि सोमवार के व्रत करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, हर दुख का नाश होता है.
माना जाता है सावन के सभी सोमवार विधपूर्वक भगवान की शिव की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. विशेष रूप से जो दरिद्रता की समस्या से परेशान हो या विवाह में मुश्किल हो रही हो तो सावन के सभी सोमवार व्रत रखने और भगवान शिव की श्रद्धापूर्वक पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है.
शिव से शादी करने के लिए मां पार्वती ने किया था 16 सोमवार का व्रत
मां पार्वती की शादी को लेकर एक कथा है जिसमें बताया जाता है कि उन्होंने भगवान शिव से शादी करने के लिए 16 सोमवार का व्रत किया था. इसीलिए हर जगह सावन के सोमवार के विशेष महत्व का उल्लेख किया जाता है. यह भी मान्यता है कि जिनको संतान न हो रही हो वह पूरे सावन नियम से भगवान की शिव की पूजा करे और सावन के सोमवार में व्रत रखे तो उन्हें संतान की प्राप्ति होती है.
सावन के सोमवार की पूजा विधि –
1- प्रात: काल स्नान करके ताजे विल्बपत्र लाएं. पांच या सात साबुत विल्बपत्र साफ पानी से धोएं और फिर उनमें चंदन छिड़कें या चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखें.
2- इसके बाद तांबे के लोटे (पानी का पात्र) में जल या गंगाजल भरें और उसमें कुछ साबुत और साफ चावल डालें. और अंत में लोटे के ऊपर विल्बपत्र और पुष्पादि रखें.
3- विल्बपत्र और जल से भरा लोटा लेकर पास के शिव मंदिर में जाएं और वहां शिवलिंग का रुद्राभिषेक करें. रुद्राभिषेक के दौरान ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप या भगवान शिव को कोई अन्य मंत्र का जाप करें.
4- रुद्राभिषेक के बाद समय होता मंदिर परिसर में ही शिवचालीसा, रुद्राष्टक और तांडव स्त्रोत का पाठ भी कर सकते हैं.
5- मंदिर में पूजा करने बाद घर में पूजा-पाठ करें. इसके बार व्रत वार या गैर व्रत वाला सुविधानुसार प्रसाद ग्रहण करें.
व्रत में क्या खाना चाहिए-
अगर आप भी व्रत रख रहे हैं तो ये जानना बहुत जरूरी है कि इस दौरान क्या खाना चाहिए. सावन के व्रत में आलू का सेवन किया जा सकता है. आलू उबालकर या कच्चे फ्राई करके आप खा सकते हैं. आलू को दही या मूंगफली के साथ खाया जा सकता है.
चूंकि आलू में शुगर होता है इसलिए इसे खाने से एनर्जी बनी रहती है. कुटू के आटे के साथ या दही के साथ आलू का सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा आप साबूदाना खा सकते हैं. समां के चावल खा सकते हैं. इस चावल से खीर, पुलाव या खिचड़ी आदि बनाकर खा सकते हैं.
शकरकंद का सेवन कर सकते हैं.कई परिवार इस दिन केवल मीठा खाते हैं. आप शकरकंद उबालकर, मखाने की खीर आदि का सेवन कर सकते हैं. शारीरिक शुद्धि के लिए तुलसी या तुलसी जल, अंगूर का सेवन करें. अदरक का पानी पीएं.