यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री व भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद और उनके कुछ विश्वासपात्रों से एसआईटी ने बृहस्पतिवार को लगभग 6-7 घंटे तक कड़ी पूछताछ तक पूछताछ के बाद उन्हे आश्रम भेज दिया। वहीं करीब सवा तीन बजे टीम के साथ पहुंची फोर्स ने चिन्मयानंद के आश्रम की घेराबंदी कर दी है। साथ ही चिन्मयानंद को बिना अनुमति के कहीं भी जाने पर रोक लगा दी है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, “भले ही एसआईटी की निगरानी इलाहाबाद हाईकोर्ट की दो सदस्यीय विशेष पीठ कर रही हो, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए सूबे की सरकार और राज्य पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह करीब से नजर रखे हुए हैं।”
पूछताछ शाहजहांपुर पुलिस लाइन परिसर में की गई। इससे पहले एसएस कॉलेज के प्राचार्य अवनीश मिश्रा और एसएस लॉ कॉलेज के प्राचार्य संजय बरनवाल से भी घटना के संबन्ध मे पूछताछ की गई। दोनों प्राचार्यो से अलग-अलग कई चरणों में पूछताछ की गई। कई दौर की जांच के बाद बृहस्पतिवार देर शाम एसआईटी ने पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद को पुलिस लाइन स्थित कैंप कार्यालय बुलाया और उनसे भी काफी लंबे समय तक पूछताछ चलती रही।
एसआईटी ने उनसे छात्रा द्वारा लगाए गए आरोपों और मालिश कराते हुए वायरल हुए वीडियो तथा पांच करोड़ की रंगदारी मांगे जाने के मामले में तमाम बिंदुओं पर सवाल किए।
एसआईटी ने एसएस कॉलेज के प्राचार्य से लिखित तौर पर कई तरह से सवाल जवाब कर जानकारी ली मुमुक्षु आश्रम परिसर में कौन-कौन सी शिक्षण संस्थाएं चल रही हैं और इन संथानों की स्थापना कब-कब हुई और इन शिक्षण संस्थाओं की प्रबंध समिति में शामिल लोगों के बारे में भी जानकारी ली।
बता दें कि मुमुक्षु आश्रम परिसर में एसएस कॉलेज, एसएस लॉ कॉलेज, ब्रह्मचर्य संस्कृत महाविद्यालय, एसएसएमबी, स्वामी धर्मानंद सरस्वती इंटर कॉलेज का संचालन हो रहा है। इन शिक्षण संस्थानों में लगभग दस हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। स्टाफ में करीब पांच सौ लोग हैं।