दिल्ली का सिग्नेचर ब्रिज बनकर तैयार हो गया. ब्रिज का उद्घाटन आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल करेंगे आपको बता दे कि सिग्नेचर ब्रिज का प्रोजेक्ट 2004 में शुरू किया गया था, जो करीब 14 साल बाद बनकर तैयार हुआ है. राजधानी दिल्ली में यमुना नदी पर बना सिग्नेचर ब्रिज 5 नवंबर से जनता के लिए खुल दिया जाएगा. जिसका आज दिल्ली के मुख्यामंत्री अरविंद केजरीवाल उद्घाटन करेंगे. दिल्ली के इस सिग्नेचर ब्रिज की ऊंचाई कुतुबमीनार से भी दोगुनी है.
इस ब्रिज की ऊंचाई से शहर का विहंगम दृश्य देखा जा सकेगा. यह ब्रिज वर्तमान में वजीराबाद पुल के वाहनों के बोझ को साझा करेगा. यह उत्तर और पूर्वोत्तर दिल्ली के बीच यात्रा के समय को कम करेगा.
सेल्फी स्पॉट
यह दिल्ली का बेहतरीन टूरिस्ट स्थल साबित होगा. पुल में पर्यटकों के लिए विशेष क्षणों को कैप्चर करने के लिए सेल्फी स्पॉट भी होंगे. ब्रिज पर 15 स्टे केबल्स हैं, जिन पर ब्रिज का 350 मीटर भाग बगैर किसी पिलर के रोका गया है. इस ब्रिज पर 154 मीटर की ऊंचाई पर शीशे का बॉक्स बनाया गया है. यहां से पूरे शहर का दृश्य देखा जा सकेगा.
पुल की खासियत
2004 में इस पुल की अनुमानित लागत 494 करोड़ रुपए आकी गई थी. बाद में इस परियोजना की लागत 1518.37 करोड़ रुपए आई है. इस पुल में चार लिफ्ट लगाई गई हैं, जिनकी कुल क्षमता 50 लोगों को ले जाने की है. लिफ्ट का अगले दो महीने में परिचालन शुरू हो जाएगा. ब्रिज का मुख्य पिलर 154 मीटर ऊंचा है. इसकी ऊंचाई कुतुब मीनार से दोगुनी है. ब्रिज की लंबाई 575 मीटर और चौड़ाई 35.2 मीटर है.
गलत फोटो की पोस्ट
आम आदमी पार्टी ने इस ब्रिज पर ट्वीट करते हुए एक ऐसी गलती कर दी, जिससे पार्टी ट्रोल हो गई है. दरअसल अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने अपने इस काम का बखान करने के लिए ब्रिज की कई तस्वीरें ट्वीट की थी. इन्हीं तस्वीरों में से एक तस्वीर नीदरलैंड में मौजूद ब्रिज की निकली. फिर क्या था ‘आप’ की ये गलती बीजेपी ने पकड ली और ‘आप’ पर हमला बोलते हुए बीजेपी के बग्गा ने लिखा है,
“अरविंद केजरीवाल साहब विकास कर लिया होता, तो नीदरलैंड के इरास्मस ब्रिज की फोटो चुराने की जरूरत नही पड़ती. ये रहा उसका लिंक जहां से आपने तस्वीर चुराई. खैर चोरी/घोटाला तो आपकी फितरत में है.”