Lockdown में आखिर क्यों हो रही है एक्टर Sonu Sood की तारीफ, लोग बोले- ये तो हीरो निकला

राजसत्ता एक्सप्रेस। कोरोना संकट काल और लॉकडाउन में एक्टर सोनू सूद की हर तरफ तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक सोनू सूद छाए हुए हैं। उनके प्रयासों के तारीफ जितनी भी की जाए, वो कम ही लगेगी। जब लॉकडाउन में हजारों प्रवासी मजदूर अपने गांव लौटने के लिए पैदल ही चिलचिलाती धूप में सड़क पर निकल पड़ते हैं, तब एक्टर सोनू सूद उनकी जिंदगी में मसीहा बनकर एंट्री मारते हैं। ये भी फिल्म के सीन का डॉयलॉग नहीं बल्कि सच है। इस संकटकाल में सोनू सूद ने इंसानियत की अनोखी मिसाल पेश की है। सानू ने प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक सकुशल पहुंचाने का जिम्मा उठाया है। वो अपने दोस्त दोस्त नीति गोयल के साथ मिलकर ‘घर भेजो’ मुहिम चला रहे हैं। इसके तहत अब तक सोनू 12000 से भी अधिक प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचा चुके हैं।

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उनके इस कदम की तारीफ खुद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘ पिछले दो दशक से मुझे आपके बारे में प्रोफेशनली जानने का सौभाग्य मिला है। अब सोनू सूद एक अभिनेता के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन इस चुनौतीपूर्ण समय में आपने आपने दयालुता का परिचय दिया है, उसपर हम सब को गर्व है। जरूरतमंदों की मदद के लिए आपको शुक्रिया।’

सोशल मीडिया के उनके इस सराहनीय कार्य की खूब तारीफ हो रही है। लोग कह रहे हैं कि अरे मुझे तो अभी तक विलेन मालूम था, ये तो असली हीरो निकला। कोई कह रहा है कि ‘ये तो सच है कि भगवान है’। इस मुश्किल वक्त में भी सोनू सूद की सक्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि, जैसे ही कोई ट्वीटकर उनसे मदद मांगता है, कुछ ही मिनटों में उसकी परेशानी दूर हो जाती है। सोनू खुद ट्वीटपर हर मददगार को जवाब दे रहे हैं और उनको हर संभव मदद पहुंचाने का भरोसा जता रहे हैं।

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सोनू से जुड़े करीबी सूत्र के मुताबिक, इस दौरान वो लगातार 20-20 घंटों तक फील्ड पर रहकर प्रवासियों की मदद कर रहे हैं। अपनी इस पहल के बारे में खुद सोनू सूद ने बताया कि मेरे लिए ये बेहद भावुक यात्रा है, क्योंकि प्रवासियों को अपने घर से दूर सड़क पर यूं घूमते देख बहुत दुख देता है।

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