एनआईए ने देश में नकली करेंसी की सप्लाई करने वाले शरीफुल इस्लाम को कोलकाता से गिरफ्तार किया है. पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी शरीफुल बांग्लादेश से नकली करेंसी लाता था. उसकी गिरफ्तारी के बाद देश में नकली करेंसी के धंधे से जुड़े कई और लोगों के चेहरे सामने आएंगे. फिलहाल, एनआईए शरीफुल को ट्रांजिट रिमांड पर सड़क मार्ग से लखनऊ जा रही है. यहां उसे कोर्ट में पेश करके पुलिस कस्टडी रिमांड हासिल की जाएगी.
एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक दिसंबर 2019 में एटीएस ने गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से बिहार के कटिहार निवासी मोहम्मद मुराद आलम को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से 249500 रुपये मूल्य की हाई क्वालिटी की नकली करेंसी बरामद की थी. मुराद से पूछताछ में पश्चिम बंगाल के मालदा में रहने वाले तौसीफ आलम का नाम सामने आया था. सुरक्षा एजेंसियों ने तौसीफ के साथ शाहनवाज आलम को भी गिरफ्तार किया था. तीनों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है.
मुराद और तौसीफ से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि नकली नोट बांग्लादेश से आते हैं और मालदा का रहने वाला शरीफुल इस्लाम उन्हें नोटों की सप्लाई करता है. चूंकि, मामला देश की आर्थिक सुरक्षा से जुड़ा हुआ था, इसलिए एनआईए भी इसकी जांच कर रही थी. तौसीफ को एनआईए ने ही पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया था. देश में नकली नोटों की सप्लाई करने वाले सबसे बड़े तस्कर शरीफुल इस्लाम को भी एनआईए ने 2 दिन पहले कोलकाता से दबोच लिया. शरीफुल से पूछताछ में उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली समेत अन्य राज्यों में नकली नोटों के तस्करों के नेटवर्क से पर्दा उठेगा.