बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे किताबें पढ़ने और लिखने की बहुत शौकीन हैं. ऐसे में इस तरह के कयास लगाए गए कि अपने जीवन के साथ घटी एक बड़ी घटना पर वह किताब जरूर लिखेंगी. ये घटना रही कैंसर से जंग की, लेकिन उन्होंने तो ऐसा करने से साफ़-साफ़ मना कर दिया. उन्होंने कहा कि वह अपनी जिंदगी से जुड़े इस पहलू पर किताब बिल्कुल भी नहीं लिखुंगी. ऐसा करने के पीछे उन्होंने जो कारण बताया, वो वाकई दिल का छू लेने वाला था.
ऐसी मिली है जानकारी
आपको बता दें कि पिछले दिनों कैंसर के इलाज से गुजर रहीं बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे ने अपने ट्रीटमेंट पर बात की. उन्होंने बताया कि, ‘हर कोई मुझसे ये ही सवाल करता है, यहां तक कि डॉक्टर्स ने भी यही सवाल पूछा कि मैं इलाज कराने अमेरिका क्यों गई. मैं हाईग्रेड कैंसर की फोर्थ स्टेज पर थी. मेरे पति का यह निर्णय था कि मैं अमेरिका में ही ट्रीटमेंट लूं. वहां की सबसे अच्छी चीज है कि उन लोगों के पास बहुत डेटा है. केस स्टडीज हैं. इससे उनका ट्रीटमेंट बहुत फाइन है.’
इस वजह से अमेरिका में कराया इलाज
उन्होंने बताया कि कैंसर अलग-अलग तरह के होते हैं और 100 प्रतिशत तभी क्योर हो सकता है, जब इसकी हरेक स्टेज में स्पेशलाइजेशन हो. इसलिए वहां का ट्रीटमेंट एडवांस है. हमारे यहां जनसंख्या ज्यादा है, तो सोचिए डाटा भी ज्यादा होना चाहिए. हमें डाटा बेस्ड जैनेटिक रिसर्च को बढ़ावा देना चाहिए. सोनाली ने सोमवार को फिक्की फ्लो जयपुर चैप्टर के चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी में हिस्सा लिया. इस अवसर पर जयपुर चैप्टर की प्रेजेंट चेयरपर्सन निताशा चौरड़िया ने 2019-20 सेशन के लिए चैप्टर की नई चेयरपर्सन श्वेता चौपड़ा को पदभार सौंपा.
नहीं जीना चाहती उस अकेलेपन को
‘मनीषा कोईराला ने कैंसर अवेयरनेस को लेकर किताब लिखी है, क्योंकि अब वो कैंसर फ्री हैं. मैं फिलहाल उस स्टेज पर नहीं हूं. वैसे भी किताब लिखने के लिए एकांत चाहिए. मुझे अकेलेपन से डर लगता है. कैंसर की लड़ाई पर किताब लिखने बैठी तो फिर वहीं दर्द भरे लम्हे को जीना पड़ेगा. मैं आगे बढ़ना चाहती हूं. मेरे लिए ये बहुत बड़ी बात है कि मैं जिंदा हूं. कैंसर ने मुझे जीना सिखाया है.’
जब मालूम पड़ा कैंसर के बारे में तो किया ऐसा
‘मैं अपनी पर्सनल चीजों को किसी से शेयर नहीं करती, लेकिन जब कैंसर का मालूम हुआ तो मैंने सोशल मीडिया के जरिए इस बात को इसलिए शेयर किया ताकि कोई रयूमर्स या गॉसिप न करे. इसलिए जो सच है वो मैं खुद बताऊं. हालांकि ये मैंने किसी की दया लेने या बेचारी बनने के लिए नहीं किया. क्योंकि ये कोई मेरे साथ ही नहीं हुआ. ऐसे लाखों लोग है कि जो इस मुश्किल वक्त से गुजरते हैं. फाइट करते हैं और आगे बढ़ते हैं.’