रायबरेली। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को उनके चुनाव क्षेत्र रायबरेली में लगा एक पत्थर मानों मुंह चिढ़ा रहा है।एक बड़े से मैदान में लगा यह पत्थर जानकारी देता है कि यहां नेशनल पेट्रोलियम टेक्निकल स्कूल बनना था।
18 फरवरी 1996 में तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री और गांधी परिवार के खास रहे कैप्टन सतीश शर्मा ने इस स्कूल का शिलान्यास किया था, लेकिन स्कूल 22 साल बाद भी नहीं बना है। न सतीश शर्मा के दौर में और न ही सोनिया के दौर में। जबकि इसका बजट 1995 में ही केंद्र सरकार ने पास कर दिया था।
अब हालत यह है कि पेट्रोलियम स्कूल की जगह खाली मैदान है और शिलान्यास के पत्थर के नीचे एक चश्मे की दुकान का विज्ञापन है। जो राष्ट्रीय स्तर का संस्थान बनता, वह सिर्फ एक पत्थर में सिमटकर रह गया है।