नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 के बीच सीढ़ियों पर हुई, जहां यात्रियों के फिसलने और गिरने से भगदड़ मच गई। नॉर्दर्न रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि इस दुखद घटना की प्रारंभिक वजह प्लेटफॉर्म पर भीड़भाड़ और यात्रियों का फिसलना है। इस हादसे की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है।
क्या हुआ था?
घटना के समय प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर जम्मू जाने वाली उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी। इस दौरान प्लेटफॉर्म 14 और 15 के बीच सीढ़ियों पर यात्रियों के फिसलने से भगदड़ मच गई। जो यात्री गिरे, उनके पीछे खड़े लोग भी उनकी चपेट में आ गए। इससे स्थिति और बिगड़ गई और कई लोग सीढ़ियों से नीचे गिर गए।
कुली ने सुनाई दर्दनाक कहानी
रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले एक कुली ने बताया कि वह 1981 से कुली का काम कर रहा है, लेकिन उसने पहले कभी इतनी भीड़ नहीं देखी। उसने बताया कि प्रयागराज स्पेशल ट्रेन को प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होना था, लेकिन इसे प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर शिफ्ट कर दिया गया। जब प्लेटफॉर्म 12 पर इंतजार कर रही भीड़ और बाहर से आई भीड़ ने प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने की कोशिश की, तो लोग टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिर गए। कुली ने बताया कि उन्होंने कम से कम 15 लोगों को उठाया और शवों को एम्बुलेंस में डाल दिया गया। प्लेटफॉर्म पर केवल जूते और कपड़े बचे थे।
ट्रेनों की देरी ने बढ़ाई मुश्किल
मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर एक्सप्रेस ट्रेन अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही थी। इसकी वजह से इन ट्रेनों के यात्री प्लेटफॉर्म नंबर 12 और 13 पर इंतजार कर रहे थे। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग आने वाली ट्रेन के प्लेटफॉर्म के साथ-साथ सीढ़ियों पर भी इंतजार कर रहे थे। रात करीब साढ़े नौ बजे प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर पहुंची। इसके बाद दोनों जगहों की भीड़ एक साथ बढ़ गई और ये हादसा हो गया।
रेलवे की प्रतिक्रिया
नॉर्दर्न रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि इस हादसे की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन को लेकर गंभीरता से विचार किया जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
आगे क्या होगा?
इस हादसे ने रेलवे प्रशासन की भीड़ प्रबंधन व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि रेलवे इस मामले में क्या कदम उठाता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या उपाय करता है।