नवंबर का महीना शेयर बाजार के लिए बेहद खराब साबित हो रहा है। लगातार गिरावट के कारण निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सूचकांकों में दो हफ्तों में 2% से ज्यादा की गिरावट आई है। नतीजतन, निवेशकों की संपत्ति में करीब 14.26 लाख करोड़ रुपए की कमी आई है। इस गिरावट का मुख्य कारण डॉलर इंडेक्स में वृद्धि और रुपए की कमजोरी के कारण विदेशी निवेशकों का बाजार से निकासी बताया जा रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले दिनों में भी शेयर बाजार में गिरावट जारी रह सकती है।
नवंबर में निवेशकों को बड़ा नुकसान
अगर पूरे नवंबर महीने की बात करें तो निवेशकों को 14 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। पिछले कुछ दिनों में बाजार ने करीब 2% की गिरावट देखी है, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही नीचे आ गए हैं। सेंसेक्स 1.25% गिरकर 77,690.95 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी में 1.36% की गिरावट देखी गई और यह 23,559.05 अंक पर बंद हुआ। इन दोनों सूचकांकों में अक्टूबर के अंत से अब तक करीब 2% से अधिक की गिरावट हो चुकी है।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट
बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स एक दिन में 984.23 अंकों की गिरावट के साथ 77,690.95 अंकों पर बंद हुआ। हालांकि, कारोबारी सत्र के दौरान यह 1100 अंकों तक गिर चुका था। सेंसेक्स ने इस महीने में कुल 1,724.92 अंकों की गिरावट देखी है, जो कि 2.17% की कमी के बराबर है। दूसरी ओर, निफ्टी में 324.40 अंकों की गिरावट आई और यह 23,559.05 अंकों पर आ गया। नवंबर में निफ्टी ने 646.30 अंकों की गिरावट झेली, यानी करीब 2.67% की कमी आई है।
गिरते शेयरों की लिस्ट
शेयर बाजार में कई प्रमुख कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। एनएसई पर हीरो मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंडाल्को, टाटा स्टील और आयशर मोटर्स के शेयरों में 2% से 4% तक की गिरावट देखी गई। वहीं, कुछ कंपनियां जैसे एनटीपीसी, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स और ग्रासिम के शेयरों में मामूली बढ़त देखने को मिली।
इसके अलावा, बीएसई पर रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस और एसबीआई जैसे दिग्गज कंपनियों के शेयर भी गिरावट के शिकार हुए हैं। रिलायंस के शेयर में 1.64%, टीसीएस के शेयर में 1.12% और एसबीआई के शेयर में 2% की गिरावट आई है।
निवेशकों को नुकसान
बाजार के इस भारी उतार-चढ़ाव का असर बीएसई के मार्केट कैप पर भी दिखा है। अक्टूबर के अंत में बीएसई का मार्केट कैप 4,44,71,429.92 करोड़ रुपए था, जो अब घटकर 4,30,45,533.54 करोड़ रुपए रह गया है। इस गिरावट से निवेशकों को नवंबर में करीब 14.26 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। अगर देखा जाए तो बीते दो दिनों में ही निवेशकों को लगभग 13.90 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
नुकसान के कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरावट और विदेशी निवेशकों की निकासी की वजह से शेयर बाजार में यह भारी गिरावट देखी गई है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का पूंजी निकालना और महंगाई बढ़ने के संकेतों के कारण निवेशकों का विश्वास कम हुआ है, जिससे बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ा है। आने वाले दिनों में डॉलर के मुकाबले रुपए की स्थिति और विदेशी निवेशकों के रवैये को देखकर यह तय होगा कि बाजार में आगे क्या होगा।
निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे इस स्थिति में सतर्क रहें और जोखिम से बचने के लिए अपने निवेश की रणनीति पर पुनर्विचार करें।