अगर आप लॉ की पढ़ाई करने का सोच रहे हैं या एलएलबी, एलएलएम जैसे किसी कोर्स में एडमिशन ले चुके हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने लॉ एजुकेशन के लिए चार नए सख्त नियम लागू किए हैं। ये नियम इतने कठोर हैं कि अगर आप इनमें से किसी एक में भी चूक कर जाते हैं, तो आपकी लॉ की डिग्री भी छिन सकती है। चलिए जानते हैं ये चार नए नियम क्या हैं।
1. आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच अनिवार्य
बीसीआई द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन में सबसे पहला नियम है आपराधिक पृष्ठभूमि से संबंधित। अब सभी लॉ स्टूडेंट्स को यह बताना होगा कि क्या उनकी किसी आपराधिक मामले में संलिप्तता रही है या नहीं। इसमें एफआईआर, जुर्म साबित होने, हिरासत, गिरफ्तारी या रिहाई की जानकारी शामिल है। अगर आप इस जानकारी को सही तरीके से प्रदान करने में असफल रहते हैं, तो आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है, और आपकी डिग्री भी रुक सकती है।
2. एक समय पर एक ही डिग्री कोर्स
दूसरा नियम यह है कि लॉ के छात्र एक समय में केवल एक रेगुलर डिग्री कोर्स कर सकते हैं। अगर कोई छात्र एलएलबी के साथ दूसरी रेगुलर डिग्री कर रहा है, तो उसे इसकी जानकारी बीसीआई को देनी होगी। यदि ऐसा नहीं किया गया और उल्लंघन पाया गया, तो छात्र को उसकी फाइनल मार्कशीट या लॉ की डिग्री नहीं मिलेगी।
3. नौकरी के लिए NOC अनिवार्य
तीसरे नियम के अनुसार, लॉ की पढ़ाई के दौरान छात्र किसी भी प्रकार की नौकरी या सर्विस में शामिल नहीं हो सकते। यदि किसी छात्र को काम करना है, तो उसे अपने नियोक्ता से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) लेना होगा। यह नियम छात्रों को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करने का एक प्रयास है।
4. उपस्थिति की निगरानी
अंतिम नियम के तहत, BCI ने क्लास में छात्रों की उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए बायोमीट्रिक अटेंडेंस और सीसीटीवी सर्विलांस का उपयोग करने का फैसला किया है। सभी लॉ कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। छात्र को अपनी कक्षाओं में नियमित रूप से उपस्थित रहना अनिवार्य होगा, अन्यथा उसे अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।