नई दिल्ली: अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में 26 फरवरी को सुनवाई होगी. इस मामले में बुधवार को शीर्ष अदालत ने सहमति जताई. मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) रंजन गोगोई की अगुवाई वाली 5 जजों की बेंच करेगी.
आपको बता दें कि 27 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्म भूमि मामले की पर 29 जनवरी से प्रस्तावित सुनवाई रद्द कर दी थी. दरअसल, 5 जजों की बेंच में शामिल जस्टिस एसए बोबडे छुट्टी पर थे जिसके चलते सुनवाई को टाल दिया गया था.
Ayodhya case: Supreme Court to hear the case on February 26, as Justice SA Bobde who is a part of five-judge Constitution bench, returned from leave. pic.twitter.com/AjrsQq5n6w
— ANI (@ANI) February 20, 2019
बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने 25 जनवरी को ही 5 जजों की बेंच का पुनर्गठन किया था. क्योंकि जस्टिस उदय उमेश ललित ने मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था. उनके ऐसा करने की वजह थी वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन का वो बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि जस्टिस उदय उमेश ललित बाबरी मस्जिद से संबंधित एक मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की तरफ से एक वकील के रूप में पेश हुए थे.
सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच अयोध्या में विवादित भूमि को सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला के बीच बराबर-बराबर बांटने के इलाहाबाद हाई कोर्ट के 2010 के फैसले के खिलाफ दायर अपीलों पर सुनवाई करेगी.