लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने सूबे में किसानों का 10 हजार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य बकाया होने पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को गन्ने और चरी के बीच फर्क बताने की चुनौती दी है। राणा ने कहा कि प्रियंका गन्ने और स्थानीय स्तर पर उगाई जाने वाली फसल चरी के बीच अंतर बता दें तो मैं मान जाऊंगा कि उन्हें किसानों के हित के बारे में बोलने का हक है।
उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से अब तक किसानों का करीब 60 हजार करोड़ रुपये बकाया गन्ना मूल्य चुकाया जा चुका है। यह रकम कई राज्यों के कुल बजट से भी ज्यादा है। इस सवाल पर कि क्या भाजपा पिछले साल हुए कैराना लोकसभा चुनाव में मिली हार के झटके से उबर पायेगी, राणा ने कहा ‘उपचुनाव देश का प्रधानमंत्री चुनने का चुनाव नहीं होता।
भाजपा इस बार कैराना सीट जरूर जीतेगी’। आपको बता दें कि एक दिन पहले ही प्रियंका गांधी ने कहा था कि वह उत्तर प्रदेश के किसानों के साथ खड़ी हैं जिनकी फसलें ओलावृष्टि और बेमौसमी बरसात के कारण नष्ट हो गई है। शनिवार की रात को ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण इस क्षेत्र में सैंकड़ों एकड़ में खड़ी सफल बर्बाद हो गई थी।
प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश ने उत्तर प्रदेश में हजारों एकड़ में खड़ी किसानों की फसल बर्बाद कर दी। फसल कटाई का मौसम आने वाला है और उससे पहले ही प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों का भारी नुकसान हो गया। दुख की इस घड़ी में मैं आप लोगों के साथ हूं।