नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस को लेकर दो दिन पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण अडवानी ने पार्टी के लिए एक ब्लाग लिख कर अपने विचार प्रकट किए थे। लाल कृष्ण अडवानी के ब्लाग को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भाजपा पर खूब निशाने साधे। जिस के बाद आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कांग्रेस को अपनी मर्यादा में रहने की नसीहत दी है।
सुषमा स्वराज ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सुषमा स्वराज ने कहा कि उन्हें अपनी भाषा की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। सुषमा स्वराज ने ये टिप्पणी राहुल गांधी के उस बयान पर की है जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गुरु लाल कृष्ण आडवाणी को जूता मारकर स्टेज से नीचे उतार दिया।
सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, राहुल जी- आडवाणी जी हमारे पिता तुल्य हैं। आपके बयान ने हमें बहुत आहत किया है। कृपया भाषा की मर्यादा रखने की कोशिश करें। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी जहां भी जाते हैं वहां किसी ना किसी की बुराई करते हैं। राहुल ने कहा कि मोदी जी के गुरु कौन हैं? आडवाणी जी, शिष्य गुरु के सामने हाथ भी नहीं जोड़ता, स्टेज से उठा कर फेंक दिया आडवाणी जी को जूता मार के आडवाणी जी को उतारा स्टेज से और हिन्दू धर्म की बात करते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हिन्दू धर्म में कहां लिखा है कि लोगों को मारना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘2019 का चुनाव विचारधाराओं की लड़ाई है। कांग्रेस की विचारधारा भाईचारा, प्रेम मोदी के नफरत, क्रोध और विभाजनकारी विचारधारा पर जीत हासिल करेगी।
गौरतलब है कि पार्टी के स्थापना दिवस से दो पहले आडवाणी ने अपने ब्लॉग में लिखा था कि देश के लोकतंत्र का सार अभिव्यक्ति का सम्मान और इसकी विभिन्नता है। आडवाणी ने लिखा था कि उनके लिए देश सबसे पहले, उसके बाद पार्टी और आखिर में स्वयं का हित आता है। अपनी स्थापना के बाद से ही बीजेपी ने उन्हें कभी भी ‘शत्रु’ नहीं माना जो राजनीतिक रूप से हमारे विचारों से असहमत हो, बल्कि हमने उन्हें अपना विरोधी माना है। इसी तरह, भारतीय राष्ट्रवाद की हमारी अवधारणा में, हमने कभी भी उन्हें, ‘राष्ट्र विरोधी’ नहीं कहा, जो राजनीतिक रूप से हमसे असहमत थे।