लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बागपत (Baghpat ) जिले में लंबी दाढ़ी रखने की वजह से सस्पेंड सब-इंस्पेक्टर इंतेशार अली को बहाल कर दिया गया है। हालांकि कई दिनों के विवाद के बाद इंतेशार ने दाढ़ी कटवा ली है। सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर खूब बहस हुई थी।
क्यों हुए थे सस्पेंड
दरअसल बागपत के रमला थाने में तैनात सब सब-इंस्पेक्टर इंतेशार अली को महज इसलिए सस्पेंड कर दिया गया था, क्योंकि उन्होंने दाढ़ी बढ़ा ली थी। बागपत के पुलिस अधीक्षक ने इंतेशार को तीन बार दाढ़ी कटवाने की चेतावनी दी थी। इसके बावजूद भी वो दाढ़ी में ही ड्यूटी पर आते थे। चेतावनी पर अमल नहीं करने पर बागपत के एसपी ने उन्हें सस्पेंड कर पुलिस लाइन भेज दिया था।
सोशल मीडिया पर छिड़ गई थी बहस
सब-इंस्पेक्टर इंतेशार अली के सस्पेंड होने की खबर जब माडिया में आई तो एक अलग ही बहस ने जन्म ले लिया। कुछ लोगों ने कहा कि जब सिख को दाढ़ी बढ़ाने के लिए इजाजत की जरुरत नहीं तो एक मुस्लिम के साथ ऐसा भेदभाव क्यों।
यह भी पढ़ें: वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ पर विवाद, अनुप्रिया पटेल ने CM और PM से की जांच की मांग
देवबंद उलेमाओं ने भी खोला था मोर्चा
वहीं दूसरी ओर अब सहारनपुर के देवबंद (Deoband) के उलेमाओं ने एसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इत्तेहाद उलेमा-ए-हिन्द देवबंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारि मुस्तफा देहलवी ने कहा था कि बागपत के एसपी अभिषेक सिंह साहब एक जिम्मेदार पद पर हैं, उन्हें इस तरह की कार्रवाई नहीं करनी चाहिए।तास्सुब की बुनियाद पर ऐसी कार्रवाई करना कतई ठीक नहीं है। इतना ही नहीं हम यूपी की योगी सरकार और केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि इस तरह के गैरजिम्मेदार अधिकारी कोको नौकरी में बने रहने का कोई हक नहीं है। ऐसे लोगों को ततत्काल सस्पेँड किया जाए।
क्या कहता है कानून
पुलिस मैनुअल के अनुसार, सिख समुदाय के पुलिसकर्मियों को छोड़कर कोई भी अन्य अधिकारी या कर्मचारी दाढ़ी नहीं रख सकता और अगर कोई रखना चाहता है तो उसे प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। लेकिन दारोगा इंतसार अली बिना अनुमति के ही दाढ़ी रख रहे थे, जिसकी शिकायत मिल रही थी।