पूर्व मंत्री और उत्तर प्रदेश के दिग्गज नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने अपनी बेटी के लिए ही कुछ ऐसा कह दिया है जो वायरल हो गया है. बदायूं सीट से टिकट कटने के बाद भावुक होकर रोने लगी संघमित्रा मौर्य के बारे में उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि राजनीति में रोना-धोना अच्छी बात नहीं है. इतना ही नहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह भी कहा है कि उन्हें संघमित्रा मौर्य को अपनी बेटी कहने में भी शर्म आती है.
एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी बेटी और भारतीय जनता पार्टी की सांसद संघमित्रा मौर्य के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दिया. संघमित्रा के रोने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘राजनीति में रोना-धोना बहुत बचकानी और ओछी चीज है. मैं इसे ठीक नहीं मानता हूं. मुझे अपनी बेटी को बेटी कहने में शर्म आती है जिसने मंच पर रो करके अपने पिता के चरित्र का हरण किया है. राजनीति में हम विचारों पर लड़ते हैं इसमें भावुकता कुछ नहीं होती है.’
मैंने विचार के लिए छोड़े पद’
RSSP के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा, ‘उनको अपने पिता से सीखना चाहिए. मैंने हमेशा विचारों के लिए पद छोड़े हैं. कभी बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव का पद छोड़ा, कभी नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ा. कभी मंत्री का, कभी MLC का पद छोड़ा. विचार के आगे पद मायने नहीं रखता है. जो सांसद रह चुका है वह दूध पीता बच्चा नहीं है. वह अपने विवेक से निर्णय ले सकती हैं.’
बता दें कि बीजेपी से सपा में गए स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में सपा छोड़कर अपनी पार्टी बना ली थी. हालांकि, उनकी बेटी बदायूं से बीजेपी की सांसद बनी रहीं. अब बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया है. हाल ही में एक चुनावी रैली के दौरान वह मंच पर ही भावुक हो गईं और रोने लगीं. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हुआ था.