स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को संबोधित करते हुए अपने खत में स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा कि “आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ. 12 फरवरी 2024 को हुई वार्ता और 13 फरवरी को प्रेषित पत्र पर किसी भी प्रकार की वार्ता की पहल न करने के फलस्वरूप मैं समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्य से भी त्याग-पत्र दे रहा हूं.”
वहीं यूपी विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफे की पेशकश करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा “मैं समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में विधानसभा, उ०प्र० निर्वाचन क्षेत्र से सदस्य, विधान परिषद्, उ०प्र० निर्वाचित हुआ हूं. मैंने समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है, ऐसे में नैतिकता के आधार पर यूपी विधान परिषद् की सदस्यता से भी त्यागपत्र दे रहा हूं. कृपया स्वीकार करने की कृपा करें.”
संज्ञानार्थ,@yadavakhilesh pic.twitter.com/C3RnzRnrPU
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) February 20, 2024
सपा से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य की सियासी राह अब जुदा हो गई है. ऐसे में अब उनके अगले सियासी कदम को लेकर सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है. राजनीतिक गलियारों से छन कर आ रही खबरों के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य 22 फरवरी को अपनी नई पार्टी के गठन का ऐलान कर सकते है. बीते कल मौर्य ने अपनी नई पार्टी की नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी रखा है. उन्होंने अपनी पार्टी का झड़ा भी लॉन्च कर दिया है.
बीते कुछ समय से स्वामी प्रसाद मौर्य और सपा हाईकमान के बीच मनमुटाव की खबरें सुर्खियां बन रही थी. राज्यसभा उम्मीदवारी में PDA फॉर्मूले के साथ तमाम चुनावी और सियासी फैसलों में अनदेखी का आरोप लगाते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था. ऐसे में आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के ऐन वक्त पहले स्वामी प्रसाद मौर्य की सपा से रवानगी को एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है.