15 अगस्त, 2021 का दिन अफगानिस्तान में शायद ही कोई भूल पाएगा। इसी दिन आतंकी संगठन तालिबान ने देश में सरकार का तख्तापलट करते हुए सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया। तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्ज़ा करते ही पूरे देश की व्यवस्था बिगड़ गई।
अर्थव्यवस्था हो, या कानून व्यवस्था, या शिक्षा व्यवस्था या दूसरी कोई भी व्यवस्था, तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होते ही देश का माहौल पूरी तरह से खराब हो गया। लोगों को उनके मानवाधिकारों तक से दूर रखा जाने लगा। साथ ही तालिबान ने कई चीज़ों पर बैन लगाना शुरू कर दिया। तालिबान ने कई चीज़ों को लोगों के लिए ख़राब बताना शुरू कर दिया। हाल ही में तालिबान ने एक अन्य चीज़ को लोगों के लिए खराब बताया है। उस चीज़ का नाम जानकार आप चौंक जाएंगे। वो और कुछ नहीं, बल्कि म्यूज़िक है।
हाल ही में अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में तालिबान की वाइस मिनिस्ट्री कुछ अधिकारियों ने एक रेगिस्तान में म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट्स के ढेर को आग के हवाले कर दिया। यह म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट्स के बॉनफायर जैसा लगा। इनमें से ज़्यादातर म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट्स शहर में होने वाली शादियों के हॉल से लिए गए थे और इनमें कई तरह के म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट्स थे।
तालिबान की वाइस मिनिस्ट्री के अधिकारियों के म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट्स में आगे लगाने के दृश्य को जिसने भी देखा उसके मन में एक ही सवाल आया, “आखिर क्यों?” तालिबान की वाइस मिनिस्ट्री के अधिकारियों ने ऐसा करने का कारण भी बताया है। उन्होंने म्यूज़िक को खराब बताया। उन्होंने यह भी कहा कि म्यूज़िक को बढ़ावा देने से नैतिक भ्रष्टाचार होता है और इसे बजाने से युवा भटक जाएंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तालिबान पहले ही पब्लिक प्लेसेज़ में म्यूज़िक बजाने पर बैन लगा चुका है। ऐसे में अब तालिबान का इस तरह म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट्स में आग लगाना निकट भविस्य में अफगानिस्तान में म्यूज़िक के खिलाफ किसी फैसले का हिंट हो सकता है।