नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर यादव के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने के मंसूबों पर पानी फिरने के बाद अब वह सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग के नामांकन रद्द करने के फैसले को चुनौती दी है। तेज बहादुर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जिसमें चुनाव आयोग के फैसले को रद्द करने की मांग की गई है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बर्खास्त बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव की उम्मीदवारी खारिज हो गई थी। निर्वाचन अधिकारी ने तेज बहादुर का नामांकन रद्द कर दिया था। वाराणसी के रिटर्निंग ऑफिसर ने उनसे नोटिस का जवाब देने को कहा था। नामांकन रद्द होने पर तेज बहादुर ने दावा किया था कि उनका नामांकन गलत तरीके से रद्द किया गया है।
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उन्होंने कहा था कि मैं इस ज्यादती के लिए मैं सर्वोच्च न्यायालय जाऊंगा। नामांकन रद्द करने के लिए सरकार की तरफ से जिलाधिकारी पर दबाव बनाया गया है। मैं पूर्वाह्न् 11 बजे तक अपना स्पष्टीकरण जमा करने गया और मेरा नामांकन यह कहकर रद्द कर दिया गया कि मैंने 11 बजे तक अपने साक्ष्य जमा नहीं किए। ये बिल्कुल तानाशाही रवैया है। उन्होंने कहा कि वह इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।