नई दिल्ली. गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में जून 2018 के बाद से 919 ‘अपात्र लोगों’ की सुरक्षा वापस ले ली है. इनमें जम्मू-कश्मीर के 22 अलगाववादी नेता भी शामिल हैं.
बता दें कि बीते दिनों केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को सुरक्षा प्राप्त लोगों की समीक्षा का आदेश दिया था. इसके बाद जम्मू कश्मीर सरकार ने राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों की सुरक्षा वापस लेनी शुरू कर दी. इससे राज्य की पुलिस को 2,768 जवान और 389 वाहन वापस मिल गए हैं. इन्हें राज्य की सुरक्षा में लगाया जाएगा.
कश्मीर में सुरक्षा बलों के मूवमेंट पर नया कदम
कश्मीर में सुरक्षा बलों की सुरक्षित आवाजाही के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिबन्ध के फैसले का गृह मंत्रालय ने बचाव किया है. मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि यह रोक सिर्फ 31 मई तक जारी रहेगी. इससे जनता की परेशानी कम हो जाएगी. बता दें कि सुरक्षा बलों के मूवमेंट को लेकर यह फैसला किया गया था कि नेशनल हाईवे पर हफ्ते में दो दिन सिर्फ सुरक्षा बलों की आवाजाही होगी.
जम्मू में चुनावी तैयारियां पूरी
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 11 अप्रैल को जम्मू और बारामुला लोकसभा सीट पर वोटिंग होगी. इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. यहाँ पोलिगं बूथ, ईवीएम और वीवीपैट मशीनें लायी गयी हैं, जिनके जरिये वोटिंग पूरी कराई जाएगी.