कई मिनटों तक नासा के नियंत्रण से बाहर रहा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (ISS) में उस समय एक बड़ा हादसा होने से टल गया जब यह स्टेशन कुछ समय के लिए वैज्ञानिकों के नियंत्रण से बाहर हो गया. नासा और रूसी न्यूज एजेंसी आरआईए के मुताबिक अंतरिक्ष स्टेशन में मौजूद सभी सातों अंतरिक्षयात्रियों पर किसी तरह का खतरा नहीं है.सभी सुरक्षित हैं. गुरुवार (29 जुलाई) को यह हादसा तब हुआ जब हाल ही में अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे रूसी रिसर्च मॉड्यूल के जेट थ्रस्टर में गलती से आग लग गई. इसके कारण अंतरिक्ष स्टेशन 45 डिग्री पर घूम गया. हालांकि, नासा के नियंत्रण कक्ष में मौजूद टीम ने कंट्रोल थ्रस्टर्स की मदद से स्पेस स्टेशन को उसकी कक्षा में पहुंचा दिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया. अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूदा वक्त में सात क्रू मेंबर मौजूद हैं. इनमें दो रूसी, तीन अमेरिकी, एक जापानी और एक फ्रेंच एस्ट्रोनॉट शामिल हैं.

इस गड़बड़ी के कारण नासा को अपना एक बड़ा अभियान रोकना पड़ रहा है. नासा 3 अगस्त को Boeing के नए CST-100 Starliner capsule को लॉन्च करने वाला था. यह कैप्सूल बिना अंतरिक्षयात्रियों के स्पेस स्टेशन पर जाता. स्टारलाइनर को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से शुक्रवार को एटलस वी रॉकेट के ऊपर से प्रक्षेपित करने के लिए तैयार किया गया था. नासा ने ट्वीट किया है, अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में Nauka module को स्थापित करने के बाद गलती से इस मॉड्यूल के थ्रस्टर्स में फायर होनी शुरू हो गई. इस कारण स्पेश स्टेशन अपने निश्चित स्थान से 45 डिग्री घूम गया. जल्द ही रिकवरी ऑपरेशन के माध्यम से स्पेस स्टेशन को अपनी निश्चित जगह पर पहुंचा दिया गया. स्पेस स्टेशन में मौजूद अंतरिक्षयात्रियों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ. एक अन्य ट्वीट में नासा ने लिखा, स्पेस स्टेशन पर मौजूद अंतरिक्षयात्री सुरक्षित हैं और आज अपने नियमित काम के तहत रूस के नौका मॉड्यूल के थ्रस्टर में आग लगने के कारण जो नुकसान हुआ है, उसकी मरम्मद करने के लिए तैयार हैं. स्टेशन अपनी जगह पर कायम है और अच्छे आकार में है.

गुरुवार की घटना रूसी बहुउद्येशीय नौका (Nauka ) मॉड्यूल को अंतरिक्ष स्टेशन में सेट करने के तीन घंटे बाद हुई. जानकारी के मुताबिक, अंतरिक्ष में मौजूद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर गुरुवार को कुछ ही घंटे पहले रूस का रिसर्च मॉड्यूल तैनात किया गया था. बताया जा रहा है कि उसने अचानक बैकफायर कर दिया, जिससे आईएसएस अपनी कक्षा से हट गया और करीब 45 मिनट तक नासा के नियंत्रण से बाहर रहा. मामले की जानकारी मिलते ही नासा में हड़कंप मच गया. स्पेस एजेंसी के नियंत्रण कक्ष में मौजूद फ्लाइट टीम ने कंट्रोल थ्रस्टर्स की मदद से स्टेशन को उसकी जगह पर पहुंच दिया.

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