केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार यानी आज कहा कि नई नेशनल को-ऑपरेटिव पॉलिसी से इस क्षेत्र में समग्र परिवर्तन होंगे। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आज आयोजित प्रदेशों के कॉपरेटिव मिनिस्टर के समिट को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि नई पॉलिसी का मसौदा तैयार करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई है। इसमें हर प्रदेश का प्रतिनिधित्व होगा।
उन्होंने ने आगे कहा कि नई पॉलिसी का केंद्र सहकारिता समितियों का फ्री रजिस्ट्रेशन, कम्प्यूटरीकरण,डेमोक्रेटिक इलेक्शन, एक्टिव मेंबरशिप, नेतृत्व और पारदर्शिता में व्यावसायिकता, सोसाइटी के पदाधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही सुनिश्चित करना होगा। इसे लेकर को -ऑपरेटिव क्षेत्र के सभी हितधारकों के साथ बातचीत की जाएगी। केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि नई पॉलिसी सहकारी क्षेत्र में समग्र विकास लाएगी।
Committee constituted to draft national cooperative policy for holistic development; every state will have representation in it. Former Union Minister Suresh Prabhu to head the committee: Union Cooperation Minister Amit Shah, at National Conference of State Cooperative Ministers pic.twitter.com/5V4S4iqnyU
— ANI (@ANI) September 8, 2022
शाह ने कहा कि पूरे देश में अभी 65 हजार सक्रिय प्राथमिक कृषि साख संस्थाएं (PAC) हैं। हमने आगामी पांच वर्षों में तीन लाख PAC गठित करने का टारगेट रखा है। 2.25 लाख नई सोसाइटीज के रजिस्ट्रेशन का टारगेट है। उन्होंने प्रदेशों के सहकारिता मंत्रियों से कहा कि वे उप-नियमों को जल्दी से अपनाएं और इन सोसाइटीज को पुनर्जीवित करने की दिशा में कार्य करें।