राष्ट्रपति चुनाव में बिखरा नजर आया विपक्ष, कई प्रदेशों में पार्टी लाइन से अलग जाकर हुई क्रास वोटिंग

presidential election 2022:द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। 21 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के आए परिणामों में उन्होंने तीसरे चरण में ही संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को शिकस्त दे दी। हालांकि इस चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को विजय दिलाने में क्रॉस वोटिंग ने भी काफी सहयोग किया। विपक्ष जोकि संयुक्त रूप से राष्ट्रीय राजतांत्रिक गठबंधन (NDA) कैंडिडेट  को हराने के प्रयास में लगा था, इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग के चलते उसकी एकता भी तीतर वितर होते नजर आई है।

क्रॉस वोटिंग की बात करें तो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि संसद के दोनों सदनों के 17 सांसदों और अलग-अलग प्रदेशों के 126 विधायकों ने अपनी पार्टी लाइन से अलग जाकर मुर्मू को अपना समर्थन दिया। इस चुनाव में कई क्षेत्रीय पार्टियों ने बीजेपी से संबंध अच्छे ना होने के बावजूद भी आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को वोट किया।

 मुर्मू को कुल 4701 वैध वोटों में से 2824 वोट प्राप्त हुए, जबकि विपक्ष  उम्मीदवार  यशवंत सिन्हा को मात्र 877 वोट मिले। मुर्मू ने कुल वैध वोटों का 64.03 फीसदी हासिल किया। भाजपा नेताओं के अनुसार  गुजरात में 10, असम में 22, यूपी में 12 और गोवा में 4 विधायकों ने  द्रोपदी मुर्मू को क्रॉस वोट दिया।

 

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