भारत में HMPV वायरस का तीसरा मामला, अहमदाबाद में 2 महीने का बच्चा पॉजिटिव

चीन में तेजी से फैल रहे HMPV वायरस ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है। देश में अब तक इस वायरस के कुल तीन मामले सामने आ चुके हैं। कर्नाटक से दो मामले सामने आए थे और अब गुजरात के अहमदाबाद में भी HMPV वायरस का एक नया मामला सामने आया है। अहमदाबाद में एक 2 महीने के बच्चे में इस वायरस की पुष्टि हुई है, जिससे यह वायरस भारत में फैलने के डर को और बढ़ा रहा है।

HMPV वायरस क्या है और कैसे फैलता है?

HMPV का मतलब है “ह्यूमन मेटाप्न्यूमोवायरस” (Human Metapneumovirus), जो एक प्रकार का वायरस है जो सांस की नली से लेकर फेफड़ों तक पहुंच सकता है। कोविड-19 वायरस की तरह, HMPV भी श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और इसके लक्षण भी कोविड से मिलते-जुलते हैं। हालांकि, यह वायरस मुख्य रूप से छोटे बच्चों और शिशुओं को प्रभावित करता है। संक्रमित होने के बाद, सबसे सामान्य लक्षणों में खांसी (जो आमतौर पर बलगम के साथ होती है) और हल्का बुखार देखा जाता है। इस वायरस से संक्रमित कुछ बच्चों में गंभीर लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द।

गुजरात में मिला तीसरा केस

हाल ही में गुजरात के अहमदाबाद शहर में HMPV वायरस का तीसरा मामला सामने आया है। यह वायरस अहमदाबाद के एक 2 महीने के बच्चे में पाया गया है। बच्चे को अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत फिलहाल सामान्य बताई जा रही है। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को सर्दी और बुखार के लक्षण थे, जिसके बाद उसे अस्पताल लाया गया और यहां उसके टेस्ट में वायरस की पुष्टि हुई। यह बच्चा अहमदाबाद के पास के एक गांव का रहने वाला है और उसका ट्रैवल हिस्ट्री नहीं था।

कर्नाटक में पहले दो मामले

कर्नाटक में HMPV वायरस के पहले दो मामले सामने आए थे। एक 8 महीने के बच्चे और एक 3 महीने की बच्ची में इस वायरस की पुष्टि हुई थी। इन बच्चों का भी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं था, और वे आम सर्दी-जुकाम और बुखार के लक्षणों के साथ अस्पताल पहुंचे थे। इसके बाद उनका टेस्ट किया गया और वे पॉजिटिव पाए गए। कर्नाटक में इन दोनों बच्चों का इलाज जारी है और उनकी स्थिति में सुधार बताया जा रहा है।

गुजरात सरकार का अलर्ट

गुजरात सरकार ने HMPV वायरस को लेकर चिंता जताई है और इस पर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही है। लगातार बढ़ते मामलों ने सभी की चिंताओं को बढ़ा दिया है और राज्य सरकार अब इस पर कड़ी निगरानी रखे हुए है।

गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से यह अपील की है कि वे बुखार, खांसी, और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा, बच्चों और बुजुर्गों को इस वायरस से बचाने के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

वायरस से कैसे बचाव करें?

HMPV वायरस से बचाव के लिए कुछ सामान्य उपाय हैं जिनका पालन किया जा सकता है:

  1. साफ-सफाई का ध्यान रखें: हाथों को बार-बार साबुन से धोएं और मास्क पहनें।
  2. भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचें: खासकर शिशुओं और छोटे बच्चों को सार्वजनिक स्थानों पर न लेकर जाएं।
  3. सर्दी और खांसी के लक्षण पर ध्यान दें: अगर बच्चे में सर्दी, खांसी, या बुखार जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  4. स्वस्थ आहार लें: बच्चों और बड़ों को स्वस्थ आहार और पर्याप्त नींद मिलनी चाहिए ताकि उनकी इम्यूनिटी मजबूत रहे।
  5. टीकाकरण: बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार सभी जरूरी टीके लगवाएं ताकि उनका शरीर वायरस से मुकाबला कर सके।

क्या यह वायरस गंभीर है?

HMPV वायरस का अधिकांश प्रभाव छोटे बच्चों पर होता है। हालांकि, इसके कुछ मामलों में लक्षण गंभीर हो सकते हैं, जैसे कि सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द। ऐसे में यह जरूरी है कि समय रहते इलाज करवाया जाए और बच्चों को किसी भी संक्रमण से बचाया जाए। यह वायरस वायरस श्वसन तंत्र को प्रभावित करने के कारण बच्चों के लिए खतरे का कारण बन सकता है, इसलिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का कहना है कि HMPV वायरस के मामले बढ़ने से चिंता तो बढ़ी है, लेकिन इसका फैलाव कोविड-19 के मुकाबले थोड़ा अलग है। हालांकि, वायरस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने के कारण इसे लेकर सतर्कता बरतना जरूरी है।

विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि यह वायरस अक्सर हल्के लक्षणों के साथ सामने आता है, लेकिन यह बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए समय रहते इलाज और एहतियात बरतना जरूरी है।

कोरोना के बाद क्या खतरा बढ़ गया है?

कोरोना महामारी के बाद, यह वायरस नया संकट बनकर उभरा है, खासकर बच्चों के लिए। हालांकि, इसका प्रसार कोविड-19 जैसा व्यापक नहीं है, फिर भी इसके बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। अब लोग इस वायरस के प्रभाव से बचने के लिए अधिक सतर्क हो गए हैं, और बच्चों की सेहत को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।

भारत में HMPV वायरस के बढ़ते मामलों से सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है और इस पर पूरी निगरानी रखी जा रही है।

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