आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद लड्डू को लेकर हंगामा जारी है। इस मामले में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड, डिंडीगुल के खिलाफ ईस्ट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
एसआईटी की जांच और एफएसएसएआई की कार्रवाई
आंध्र प्रदेश सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसकी अगुवाई पुलिस अधिकारी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी कर रहे हैं। इसके अलावा, भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने भी एआर डेयरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आरोप है कि मंदिर के प्रसाद में इस्तेमाल किए गए घी में जानवरों की चर्बी पाई गई है।
एफएसएसएआई का नोटिस और टीटीडी की कार्रवाइयां
एफएसएसएआई ने एआर डेयरी से पूछा है कि उसके केंद्रीय लाइसेंस को निलंबित क्यों न किया जाए। केंद्रीय प्रयोगशाला में घी के नमूनों का परीक्षण करने पर यह पाया गया कि यह खाद्य मानकों के अनुरूप नहीं है। टीटीडी ने घी की गुणवत्ता की जांच के लिए नमूने गुजरात के आणंद स्थित एनडीडीबी काल्फ लैब में भेजे हैं।
मुख्यमंत्री का बयान और पुजारियों का अनुष्ठान
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में आरोप लगाया कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी का उपयोग किया गया था। इसके बाद उन्होंने इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया। रविवार को पुजारियों ने मंदिर की पवित्रता और प्रसाद की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए अनुष्ठान किया।