चक्रवात ‘फानी’ से निपटने के लिए नौसेना, तटरक्षक बल और एनडीआरएफ मुस्तैद, ओडिशा में डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द

चक्रवात

नई दिल्ली: समुद्री चक्रवात ‘फानी’ की आशंका को देखते हुए ओडिशा में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की सभी छुट्टियां 15 मई तक रद्द कर दी गई हैं। जो छुट्टी पर हैं, उन्हें आज शाम तक सम्बंधित मुख्यालय लौटने के लिए कहा गया है। इसके अलावा राज्य की सभी शिक्षण संस्थाओं को दो मई से अगले आदेश तक बंद करने का निर्देश दिया गया है।

आशंका है कि अगर फानी तट की ओर रास्ता बनाता है तो ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने तटवर्ती निवासियों के लिए ’यलो अलर्ट’ जारी किया है, क्योंकि भविष्यवाणी की गई थी कि चक्रवात फानी बुधवार शाम तक “बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान” में बदल जाएगा। बुधवार को राज्य के विशेष राहत कमिश्नर विष्णुपद सेठी ने बताया है कि जहां-जहां परीक्षाएं थीं, उन्हें भी रद्द कर दिया गया है। ग्रीष्मावकाश के सरकारी आदेश के बाद भी कुछ विद्यालय खुले हैं। जिलाधिकारियों को इस आदेश का कड़ाई से पालन कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

चक्रवात फानी के उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और ओडिशा तट को पार करने से पहले इसके आज शाम तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की उम्मीद है। शुक्रवार तक गोपालपुर और चंदबली के बीच इसके होने की संभावना है। हालांकि सटीक स्थान का अंदाजा अभी नहीं लगा है। मंगलवार दोपहर को यह पुरी के दक्षिण में लगभग 800 किलोमीटर, आंध्र प्रदेश में विशाखापट्टनम से 670 किमी दक्षिण में और श्रीलंका में त्रिंकोमाली से लगभग 680 किमी उत्तर पूर्व में स्थित था। ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स भुवनेश्वर में आवश्यक व्यवस्था कर रहा है, वहीं 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाएं और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाला तूफान गुरुवार से उत्तर आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर भी शुरू हो सकता है।

आईएमडी के अनुसार मछुआरों को इन क्षेत्रों में अपने काम पर न जाने की सलाह दी गई है। आईएमडी ने 190 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार और पश्चिम मध्य में और पश्चिम तमिलनाडु और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से सटे दक्षिण पश्चिम की खाड़ी में अभूतपूर्व समुद्री परिस्थितियों के साथ तूफानी तेज हवाओं की भविष्यवाणी की है।

चक्रवाती तूफान फानी के अगले 12 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना बेहद गंभीर है और उसके बाद उत्तर-उत्तर पूर्वी और गोपालपुर और चंदबली के बीच ओडिशा तट को पार करने की संभावना है। इसके मद्देनजर ओडिशा सरकार ने सभी जिलों को चक्रवात का अलर्ट जारी किया है। कलेक्टरों को तैयार रहने को कहा गया है। राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थान गुरुवार से अगले आदेश तक बंद रहेंगे। 20 ओडीआरएएफ इकाइयों, 18 एनडीआरएफ इकाइयों और 300 बचाव नौकाओं को तैयार रखा गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर आम लोगों को जागरूक किया है कि कैसे सुरक्षित घर के अंदर रहना है। यह वीडियो चक्रवात से खुद को बचाने में लोगों के लिए बहुत मददगार हो सकता है।

चक्रवातों का नामकरण

चक्रवातों को उनके नाम कैसे मिलते हैं? यह हर कोई जानना चाहता है। ताजा चक्रवात ‘फानी’ का नाम बांग्लादेश ने रखा था। हिंद महासागर के उत्तरी भाग के ऊपर से गुजरने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवातों का नाम इस क्षेत्र के आठ देशों – भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, ओमान और थाईलैंड द्वारा दिया जाता है। बारी-बारी से उपयोग किए जाने वाले नामों की छह सूची हैं और उनका हर छह साल पुनर्नवीनीकरण किया जाता है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून पर आईएमडी की राय

आईएमडी ने कुछ दिनों पहले ही जानकारी दी थी कि केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत एक जून के आसपास होती है, लेकिन अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मई के तीसरे सप्ताह से बारिश शुरू हो जाती है। हालांकि, विभाग ने अभी तक वर्षा के क्षेत्र-वार या महीने-वार बारिश की औसत भविष्यवाणी नहीं की है।

Previous articleडब्बू रतनानी ने शेयर की सनी लियोन की ऐसी फोटो, देखकर आ जाएगी हँसी
Next articleभारत की बड़ी जीत, जैश प्रमुख मसूद अजहर वैश्विक आतंकवादी घोषित