गोवा: गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद नए मुख्यमंत्री घोषित किए गए प्रमोद सावंत आज विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करने उतरे जहां कुल 20 विधायकों ने उनके पक्ष में वोट किया. 11 बीजेपी, 3 एमजीपी, 3 जीएफपी और 3 निर्दलीय उम्मीदवारों ने सावंत के पक्ष में वोट किया. वहीं 15 विधायकों ने उनके खिलाफ वोट किया.
भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में नई सरकार गठित होने के एक दिन बाद बुधवार को राज्य विधानसभा में सरकार का आज शक्ति परीक्षण हुआ. राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने शक्ति परीक्षण सम्पन्न कराने के लिए सुबह 11 बजे विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था.
बता दें कि सोमवार को देर रात 1.50 बजे उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसके पहले सीएम के साथ 11 मंत्रियों ने ली है. गोवा में कांग्रेस 14 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है जबकि नैशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का भी एक विधायक है. 18 मार्च की आधी रात को प्रमोद सावंत ने राजभवन में नए मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली.
बता दें कि राज्य में भाजपा ने दावा किया है कि उनके पास 21 विधायकों का समर्थन है. इनमें भाजपा के 12 विधायक और सहयोगी दल गोवा फारवर्ड पार्टी (जीएफपी) एवं महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के तीन तीन विधायक हैं. इसके अलावा 3 निर्दलीय विधायक शामिल हैं. गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा की वास्तविक संख्या घटकर 36 रह गई है क्योंकि मनोहर पर्रिकर और बीजेपी विधायक फ्रांसिस डिसूजा का निधन हो गया है. इसके अलावा कांग्रेस के दो विधायक सुभाष शिरोडकर और दयानन्द सोप्ते ने इस्तीफा दे दिया था.