पीएम मोदी के तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के ऐलान के पश्चात संयुक्त किसानों के बैठकों का दौर चल रहा है। अब आगे की योजना तय करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा सिंघु बॉर्डर पर आज बैठक करेगा। इससे पूर्व शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेताओं की 9 सदस्यीय कमेटी और पंजाब के 32 किसान संगठनों की बैठक हुई। एजेंडे में किसानों की मुख्य मांगों पर विचार होगा। साथ ही लगभग 688 शहीद किसानों के परिवार को मुआवजे पर भी बात होगी।
किसानों द्वारा कुछ प्रमुख मांगे की जा रही है जिनमें MSP पर क़ानून, बिजली पर अध्यादेश की वापसी, पराली के मुकदमों की वापसी, किसान आंदोलन के मुकदमों की वापसी, आंदोलन में शहीद किसानों के परिवारों को मुआवजा।
गौरतलब है कि , प्रधानमंत्री मोदी के तीन कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के पश्चात आंदोलनकारी किसानों में जश्न का माहौल है। विपक्ष निरंतर प्रश्न उठा रहा है। विपक्ष का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये निर्णय आने वाले उतर प्रदेश और पंजाब के विधानसभा चुनावों को देखते हुए लिया है। भाजपा का चुनाव में हार का डर सता रहा था।