चुनाव आयोग द्वारा गुरुवार को जारी किए गए चुनावी बांड के ताजा आंकड़ों अनुसार, 12 अप्रैल 2019 और 11 जनवरी 2024 के बीच शीर्ष 10 दानदाताओं द्वारा खरीदे गए 180.2 करोड़ के चुनावी बांड की 84.5% (152.2 करोड़) रकम अकेले भारतीय जनता पार्टी (BJP) को दान की गई.
दूसरे नंबर पर रही तृणमूल कांग्रेस. इन शीर्ष 10 दानदाताओं द्वारा खरीदे गए कुल इलेक्ट्रोल बांड की 9 प्रतिशत रकम यानी 16.2 करोड़ टीएमसी के पार्टी फंड में गए. तीसरे नंबर पर रही भारतीय राष्ट्र समिति (BRS) चिसके खाते में 5 करोड़ गए.
चुनावी बांड खरीदारों में पहले नंबर पर कौन
इस टॉप-10 दानदाताओं की लिस्ट में सबसे शीर्ष पर रहे आर्सेलरमित्तल कंपनी के अध्यक्ष लक्ष्मी निवास मित्तल जिन्होंने 35 करोड़ के बांड खरीदे और उनका सारा पैसा बीजेपी के खाते में गया.
दूसरे नंबर के दानदाता लक्ष्मी दास वल्लभदास मर्चेट थे जिन्होंने पूरे 25 करोड़ बीजेपी को दिये. मर्चेंट की लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार वे रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ग्रुप कंट्रोलर हैं और 33 साल से भी ज्यादा समय से कंपनी में हैं.
शीर्ष 10 व्यक्तियों में से मित्तल, मर्चेंट, केआर राजा जेटी, इंदर ठाकुरदास जयसिंघानी, राहुल जगन्नाथ जोशी और उनके बेटे हरमेश राहुल जोशी, राजू कुमार शर्मा, सौरभ गुप्ता और अनीता हेमंत शाह ने केवल बीजेपी को दान किया.
जयसिंघानी देश की सबसे बड़ी तार और केबल निर्माता कंपनी पॉलीकैब इंडिया के अध्यक्ष हैं. वहीं राहुल जगन्नाथ जोशी और उनके बेटे कई माल ढुलाई कंपनियों के बोर्ड के निदेशक हैं.
इंडिगो के राहुल भाटिया ने टीएमसी को 16.2 करोड़ दान किए और 3.8 करोड़ कांग्रेस को दान किये. इसके अलावा अलग से इंडिगो और संबंधित संस्थाओं ने मई 2019 में बीजेपी को 31 करोड़ और अप्रैल 2023 में कांग्रेस को 5 करोड़ दान किए थे.
अजंता फार्मा के सीईओ राजेश मन्नालाल अग्रवाल ने 13 करोड़ दान किए जिसमें से बीजेपी और बीआरएस प्रत्येक को 5-5 करोड़, कांग्रेस को 3 करोड़ दान किए. इसके अलावा अजंता फार्मा ने कांग्रेस को 1 करोड़ और बीजेपी को 3 करोड़ अलग से दान किये थे.
जानीमानी उद्योगपति बायोकॉन कि किरण मजूमदार शॉ दान देने वालों की इस लिस्ट में 12वें नंबर पर हैं जिन्होंने कुल 6 करोड़ दान किए जिसमें से बीजेपी को 4 करोड़ और जनता दल सेकुलर और कांग्रेस प्रत्येक को 1-1 करोड़ मिला.