नई दिल्ली। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट Twitter ने मोबाइल पर एक्सीलेरेटेड मोबाइल पेज (AMP) के लिए अपना समर्थन चुपचाप वापस ले लिया है। एक सपोर्ट पेज ने इसकी जानकारी दी।
द वर्ज की रिपोर्ट के मुताबिक, सपोर्ट पेज ने मूल रूप से विस्तृत रूप से बताया कि कैसे Twitter अपने मोबाइल ऐप के उपयोगकर्ताओं को सोशल नेटवर्क पर पोस्ट किए गए लिंक से पेज के AMP एडिसन में स्वचालित रूप से भेजेगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि, 21 अक्टूबर के पश्चात से, Twitter ने एक नोटिस के साथ पेज को अपडेट करते हुए कहा कि वह वर्ष के आखिरी तक इस फीचर को ख़त्म कर रहा है।
सर्च इंजन लैंड के आंकड़ों के अनुसार, यह सेवानिवृत्ति की प्रक्रिया इस माह के प्रारम्भ में पूरी हो गई है।
अब, Twitter से किसी पेज पर जाने की कोशिश करने से ऐसा प्रतीत होता है कि यूजर्स सीधे नियमित वेब पृष्ट पर भेज रहे हैं, बजाय AMP संस्करण के जो उपलब्ध हो सकता है।
हालांकि Twitter नोट करता है कि AMP तेज-लोडिंग, सुंदर, उच्च-प्रदर्शन वाले मोबाइल वेब अनुभवों की इजाजत देता है, परन्तु यह तकनीक तब से विवादास्पद साबित हुई है जब से Google ने इसे 2015 में पेश किया था।
अधिकांश विवाद परियोजना के Google के कथित नियंत्रण के इर्द-गिर्द केंद्रित थे, कुछ आलोचकों ने दावा किया कि यह खुले पृष्ट पर अपने नियंत्रण को सुदृढ़ करने के Google के प्रयास के समकक्ष है।
रिपोर्ट के मुताबिक , यह एक कठिन स्थिति है जिसके कारण ब्राउजर एक्सटेंशन का निर्माण हुआ है जो भ्रम को कम करने के लिए स्वचालित रूप से AMP पेजों को मूल लेख URL पर पुनर्निर्देशित करता है।
Twitter का सपोर्ट दस्तावेज नीति में फेरबदल की वजह नहीं बताता है।
कंपनी का यह कदम मई 2020 में ही Google के नीतिगत बदलाव के पश्चात आया है, जब उसने ऐलान किया था कि अब उसे अपने सर्च इंजन के टॉप स्टोरीज सेक्शन में अपने पृष्ट के AMP वर्जन पेश करने के लिए न्यूज साइट्स की आवशकता नहीं होगी।