ट्राई चेयरमैन की फजीहत के बाद UIDAI की सफाई, कहा- ‘नहीं लीक हुआ आधार डेटाबेस’

नई दिल्ली: आधार डेटा को लेकर टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के अध्यक्ष आर. एस. शर्मा की चुनौती पर फ्रांस के एक सुरक्षा विशेषज्ञ द्वारा उनकी जानकारियां हासिल करने के दावों को यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने खारिज कर दिया है.

UIDAI की ओर से रविवार को बताया गया कि ट्विटर पर आर. एस शर्मा की जो भी जानकारियां साझा की गईं हैं, उन्हें आधार डेटाबेस या UIDAI सर्वर से नहीं लिया गया है. वास्तव में कथिततौर पर हैक की गईं जानकारियां पहले से ही सार्वजनिक हैं. शर्मा दशकों से नौकरशाह हैं और उनकी जानकारियां गूगल और अन्य वेबसाइट्स पर उपलब्ध हैं.

फ्रांस के एक सुरक्षा विशेषज्ञ ने आंकड़े लीक होने के किया था दावा

गौरतलब है कि TRAI के अध्यक्ष आर. एस. शर्मा ने आधार की सुरक्षा का पुख्ता दावा करते हुए ट्विटर पर अपना 12 अंकों का आधार नंबर जारी किया था. उन्होंने कहा था कि अगर इससे सुरक्षा से जुड़ा कोई खतरा है, तो कोई मेरे आंकड़े लीक करके दिखाएं. उनकी इस चुनौती के कुछ घंटे बाद ही उनके आंकड़े लीक होने के दावे किए गए.

इलियट एंडरसन उपनाम वाले फ्रांस के एक सुरक्षा विशेषज्ञ का ट्विटर हैंडल ‘@foc131y’ है. उन्होंने ट्वीट्स की सीरीज में शर्मा के निजी जीवन के कई आंकड़े, उनके 12 अंकों की आधार संख्या के माध्यम से जुटाकर जारी कर दिए, जिनमें शर्मा का निजी पता, जन्मतिथि, वैकल्पिक फोन नंबर आदि शामिल है. उन्होंने इन आंकड़ों को जारी करते हुए बताया कि आधार संख्या को सार्वजनिक करने के क्या खतरे हो सकते हैं.

एल्डरसन ने लिखा, ‘आधार संख्या असुरक्षित है. लोग आपका निजी पता, वैकल्पिक फोन नंबर से लेकर काफी कुछ जान सकते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘मैं यही रुकता हूं. मैं उम्मीद करता हूं कि आप (आरएस शर्मा) समझ गए होंगे कि अपना आधार संख्या सार्वजनिक करना एक अच्छा विचार नहीं है.’

शर्मा ‘आधार’ परियोजना के सबसे बड़े समर्थक

बता दें कि शर्मा ‘आधार’ परियोजना के सबसे बड़े समर्थकों में से माने जाते हैं. शर्मा ने अपनी बात पर अड़े रहते हुए लिखा, ”ये जानकारियां कोई सरकारी गोपनीय सूचनाएं नहीं हैं.” उन्होंने कहा कि चुनौती केवल फोन नंबर और दूसरी सूचनाओं को लेकर ही नहीं थी, बल्कि उनके आधार नंबर की जानकारी के आधार पर कोई नुकसान पहुंचने को लेकर थी.

शर्मा ने लिखा, ”मैंने उन्हें फोन नंबर और दूसरी सूचनाओं के लिये चुनौती नहीं दी थी. मेरी चुनौती मुझे कोई नुकसान पहुंचाने के लिये थी. अब तक इसमें कोई सफलता उन्हें नहीं मिली. मेरी शुभकामनायें उनके साथ हैं.”

 

उन्होंने कहा, ”चुनौती को कुछ और देर चलने दीजिए.” शर्मा पहले भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के महानिदेशक रह चुके हैं और आधार प्रणाली के कट्टर समर्थक हैं. वहीं खुद को फ्रांस का सुरक्षा विशेषज्ञ बताने वाला यूजर लगातार आधार प्रणाली की खामियों की आलोचना करता रहा है. वह पहले भी आधार में सेंध लगा चुका है.

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