उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर विजय उर्फ उस्मान चौधरी सोमवार को एनकाउंटर में मारा गया। विजय उर्फ उस्मान ही वह शूटर था, जिसने सबसे पहले उमेश पाल को गोली मारी थी। पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। हालांकि, पुलिस ने ऑफिशियल अभी मौत की पुष्टि नहीं की है।
प्रयागराज के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उस्मान कौंधियारा के लालापुर में छिपा था। यहां एसओजी की टीम ने घेराबंदी की तो उस्मान ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में 2 गोली उस्मान के सीने पर लगी, जिससे वह घायल हो गया। उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
उमेश पाल हत्याकांउ के दौरान विजय उर्फ उस्मान दुकान में छिपा था। उमेश पाल के गाड़ी से उतरते ही उसने फायरिंग कर दी थी। उमेश पर पहली गोली उस्मान ने ही चलाई थी। इसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। पुलिस ने उस्मान पर 50 हजार का इनाम रखा था। उस्मान के बारे में बताया जाता है कि वह अतीक गैंग का शार्प शूटर था।
प्रयागराज हत्याकांड के तीन दिन बाद 27 फरवरी को पुलिस और बदमाशों के बीच पहला एनकाउंटर हुआ था। इसमें पुलिस ने एक शूटर अरबाज को मार गिराया था। एनकाउंटर में धूमनगंज के थाना प्रभारी को भी हाथ में गोली लगी थी। बताया जा रहा है कि अरबाज अतीक का करीबी था। उसका पिता अतीक अहमद की गाड़ी चलाता था।